देहरादून : भाजपा की उत्तराखंड ईकाई में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आगामी 2022 विधानसभा चुनावों से पहले ही भाजपा दो हिस्सों में बंटती दिखाई दे रही है। और ये सब देखने मिला है रायपुर विधानसभा क्षेत्र में। जहां चुनाव से पहले ही भाजपाइयों में घमासान शुरू हो गया है। यहां क्षेत्र के कुछ वरिष्ठ कार्यकर्त्ताओं ने ही अपने विधायक के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से भी विधायक की शिकायत कर पार्टी विरोधी गतिविधियां चलाने का आरोप लगाया है। साथ ही आगामी चुनाव में टिकट न दिए जाने की मांग की है।

इस वजह से कार्यकर्ता कर रहे हैं विरोध
रायपुर विधानसभा के कार्यकर्त्ताओं का कहना है कि नगर निगम के चुनाव हो या जिला पंचायत चुनाव, रायपुर विधायक ने भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ कार्य किया और उन्हें हराने के लिए षडयंत्र रचा। इसके अलावा रायपुर डिग्री कालेज में पूर्व में हुए छात्रसंघ चुनाव में भी रायपुर विधायक पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विरुद्ध कार्य करवाने का आरोप है। कार्यकर्त्ताओं ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भी विधायक जी भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रहे हैं। जिससे कार्यकर्त्ताओं में रोष है। इसी बात को लेकर मंगलवार को रायपुर क्षेत्र के करीब एक दर्जन कार्यकर्त्ता प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से मिले। उन्होंने रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ के खिलाफ लिखित शिकायत की। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विधायक काऊ लंबे समय से पार्टी के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। साथ ही जानबूझकर क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्त्ताओं की अनदेखी कर रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने दिया जांच कराने का आश्वासन
प्रदेश अध्यक्ष ने आक्रोशित कार्यकर्त्ताओं को आश्वस्त किया कि इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर इस प्रकरण में सभी तथ्य जुटाए जा रहे हैं। इसके बाद ही किसी वरिष्ठ पदाधिकारी को जांच सौंपी जाएगी। अभी किसी को भी नोटिस नहीं भेजे गए हैं। बता दें कि शिकायत करने वालों में जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह चौहान, महानगर उपाध्यक्ष एतवार सिंह रमोला, महिला मोर्चा महानगर अध्यक्ष कमली भट्ट, मंडी समिति अध्यक्ष राजेश शर्मा, भाजयुमो के पूर्व महानगर अध्यक्ष रंजीत भंडारी, तपोवन मंडल अध्यक्ष मनीष बिष्ट, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मंडल अध्यक्ष सुभाष यादव आदि शामिल रहे।