भवन के निर्माण के लिए परियोजना के आकार के अनुसार, अग्नि, वन, लोनिवि, जल संस्थान, ऊर्जा निगम आदि विभागों  की  एनओसी की आवश्यकता होती है। इसके बाद ही संबंधित भवन का नक्शा एमडीडीए पास करता है। वर्तमान में, नक्शा पास करने वाले व्यक्ति को एनओसी प्राप्त करने के लिए स्वयं विभागों से गुजरना पड़ता है। निकट भविष्य में नागरिकों की समस्याओं को कम करने के लिए, एमडीडीए ने विभाग के पोर्टल पर एनओसी जारी करने का आश्वासन दिया है।

विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को देवभूमि आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन ने एमडीडीए उपाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान से मुलाकात की। उनकी मांग के अनुसार, एमडीडीए उपाध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि इस संबंध में एक पत्र एनओसी के लिए सभी विभागों को विभागीय पोर्टल से जारी किया जाएगा और एक सप्ताह के भीतर एनओसी पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, कोरोनरी अवधि में प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण विभिन्न परियोजनाओं के निर्माण में देरी पर, एसोसिएशन ने पुराने नक्शों की वैधता को छह महीने तक बढ़ाने की मांग की।

उपाध्यक्ष ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हर महीने आर्किटेक्ट  के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी। मानचित्र और निर्माण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर उनके साथ चर्चा की जाएगी, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि नागरिकों को किन नियमों को पूरा करने में तकनीकी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इससे समस्याएं भी हल हो जाएंगी। बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष डीके सिंह, सचिव विनय सिंह, कोषाध्यक्ष गौरव सिंह, आलोक पांडे, अंजना जोशी, भुवेश गोयल आदि उपस्थित थे।