देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

आरएसएस प्रांत प्रचारक रहे तीरथ सिंह रावत ने CM पद की शपथ ग्रहण की है। इस अवसर पर उन्होंने कहा है की मेने काफी इतनी बड़ी जिम्मेदारी की कभी कल्पना नहीं की थी, इसके लिए पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद करना चाहुगा, जिन्होंने मेरेको इस पद के काबिल समझा।
मेरी कोशिश रहेगी की हर किसी को साथ लेकर चलु। उत्तराखंड में विकास मेरे पहले प्राथिमिकता होगी।

राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने आज राजभवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर विधायकगण, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

जानिए उत्तराखंड के नए मुख्मयंत्री तीरथ सिंह रावत का राजनीतिक सफर :

उत्तराखंड की कमान तीरथ सिंह रावत को सौंपी गई है। विधानमंडल दल की बैठक में, राज्य के नए मुख्यमंत्री के लिए उनके नाम की घोषणा की गई। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। आपको बता दें कि तीरथ सिंह राष्ट्रीय महासचिव और पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद हैं। तो आइए जानते हैं उनके राजनीतिक सफर के बारे में

तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। शाम चार बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। तीरथ का जन्म पौड़ी गढ़वाल की असवालस्यूं पट्टी के अंतर्गत सिरौं गांव में हुआ था। वे छात्र राजनीति से ही सक्रिय रहे । तीरथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद खंडूडी के सबसे करीबी लोगों में से एक तीरथ सिंह को 2012 के विधानसभा चुनावों में चौबट्टाखाल सीट से मैदान में उतारा गया था जहां उन्होंने जीत हासिल की थी। फरवरी 2013 में, उन्हें पार्टी द्वारा राज्य अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई और 2015 में, उन्हें राज्य की राजनीति से हटा दिया गया और राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दी गई।

एक नजर तीरथ सिंह रावत पर

  • पिता का नाम: कमल सिंह रावत
  • जन्म तिथि: नौ अप्रैल 1964
  • निवासी: ग्राम सीरों, पट्टी असवालस्यूं, पौड़ी गढ़वाल।
  • शिक्षा: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से समाज शास्त्र में परास्नातक।

राजनीतिक यात्रा

  • 1983 से 1988 तक वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे। उसके बाद, अभाविप के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री, गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष और छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में राज्य उपाध्यक्ष रहे । भाजयुमो (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे ।
  • 1997 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पहले निर्वाचित सदस्य।
  • 2000 में राज्य के गठन के बाद, उत्तराखंड की अंतरिम सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री की जिम्मेदारी।
  • 2007 में भाजपा के प्रांतीय महासचिव बने।
  • 2012 के विस चुनाव में चौबट्टाखाल जीता।
  • 2013 में, उत्तराखंड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे । वर्ष 2013 में ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वर्तमान में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं।