देहरादून : कोरोना के चलते लंबे समय सभी से सभी कई चीजों पर पाबंदी लगा दी गई थी। वहीं अब तक उत्तराखंड में आने के लिए कोरोना की निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाना भी जरूरी था। लेकिन कोरोना के गिरते ग्राफ व लोगां की परेशानी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने आरटीपीसीआर रिपोर्ट क अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। साथ ही प्रदेश में कई तरह की गतिविधियों में छूट भी दे दी है। प्रदेश में खेल गतिविधियों को फिर से शुरू किए जाने को लेकर शासन ने एसओपी जारी कर दी है। शासन द्वारा यह एसओपी रविवार को जारी की गई। जिसमें 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए खेल परिसर में आने पर रोक रहेगी।

अभी नहीं खोले जाएंगे स्विमिंग पूल
रविवार को जारी की गई एसओपी के अनुसार प्रदेश में खेल गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दे दी गई है। साथ ही 50 फीसदी क्षमता के हिसाब से ही व्यायामशाला खोली जाएंगी। इसके लिए जिला टास्क फोर्स कमेटी को गठित किया गया है। अधिकृत जिला ट्रांसपोर्ट समिति अपने हिसाब से जिलों में खेल गतिविधियों को शुरू करेगी। वहीं केवल स्थानीय खिलाड़ियों को ही स्टेडियम एवं खेल केंद्रों में प्रवेश की अनुमति होगी। वहीं अभी स्विमिंग पूल को खोलने की इजाजत नहीं मिली है। तैराकी को फिर से शुरू करने के लिए अलग से दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। यदि किसी खेल केंद्र में कोई व्यक्ति कोविड पॉजिटिव पाया जाता है तो उस परिसर को तुरंत सील कर दिया जाएगा।

अनिवार्य रूप से की जाएगी सभी की स्क्रीनिंग
खेल केंद्रों में प्रवेश के लिए व बाहर निकलने के लिए केवल एक मार्ग खुला रहेगा। खेल केंद्रों पर जाने वाले सभी व्यक्तियों की अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग की जाएगी। आवासीय प्रशिक्षु और कर्मचारियों के बारे में कहा गया है कि तक प्रशिक्षण केंद्र यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी एथलीटों को एक कमरे में न ठहराया जाए। बड़े कमरे और डोरमेट्री के लिए 50 प्रतिशत से अधिक क्षमता का उपयोग नहीं किया जाएगा।