देहरादून से PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में (रोडवेज कर्मचारी यूनियन ) Roadways Employees Union की राज्यव्यापी हड़ताल में 80 फीसदी बसों के पहिए (बुधवार) Wednesday से थम गए हैं। पांच माह से लंबित वेतन के भुगतान और अन्य मांगों को लेकर हड़ताली कर्मचारियों ने सुबह 3 बजे से ही बस अड्डों और कार्यशाला के गेट पर पहुंचना शुरू कर दिया और पहली बस सेवा से संचालन रोक दिया। PAHAAD NEWS संवाददाता को बताया

फिलहाल केवल 20 फीसद बसों का संचालन हो रहा, जिससे यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही। हालांकि, दूसरे कर्मचारी संगठनों के चालक-परिचालक ड्यूटी पर भेजे जा रहे हैं, लेकिन यात्रियों की समस्याओं को दूर करने में इसका कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं दिखता है। स्थिति यह है कि कई बसों पर परिचालक नहीं मिलने पर ही रोडवेज प्रबंधन चालक को टिकट मशीन देकर भेज रहा है। PAHAAD NEWS संवाददाता को बताया


देहरादून, हल्द्वानी और टनकपुर मंडल में दिल्ली समेत लंबी दूरी के समस्त मार्गों की बसों का संचालन ठप हो गया है। रोडवेज प्रबंधन ने दोपहर में हड़ताली यूनियन के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया है।

इससे पहले प्रबंधन ने मंगलवार को यूनियन की बड़ी मांग पूरी करते हुए देहरादून के मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर और ग्रामीण डिपो के प्रभारी सहायक महाप्रबंधक रामलाल पैन्यूली को उनके पदों से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया था, लेकिन यूनियन शेष मांगों को भी पूरा करने की जिद पर अड़ी हुई है। हड़ताल खत्म होगी या लंबी चलेगी,इसकी पूरी रेखा आज दोपहर को होने वाली वार्ता पर टिकी हुई है। PAHAAD NEWS संवाददाता को बताया