देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा कि होली बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार है। यह त्योहार उत्साह और उल्लास का संचार करता है और समाज में भाईचारे की भावना को बल देता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की होली के कई रंग और रूप हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को सुभाष रोड पर स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में होली मिलन समारोह का आयोजन किया था । इस कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संगठनों के लोगों ने भाग लिया। हरीश रावत ने सभी को चंदन का टीका लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड एक कौमी गुलदस्ता है। जिसमें कई रंगों के फूल खिलते हैं। हमें चार धाम, नानकमत्ता, गोल्ज्यू देवता, गंगा, मां पूर्णागिरी, द्रोणागिरी, मनसा देवी, चंडी देवी, पिरान कलियर, हेमकुंड साहिब, सुरकंडा देवी आदि का आशीर्वाद प्राप्त है।

उन्होंने आगे कहा कि मैं अपनी संस्कृति, अपनी विरासत और अपने उत्पादों जैसे मंडुवा, झंगोरा, गहत, गलगल, पारंपरिक शिल्प, परिधान, साहित्य को बढ़ावा देने का एजेंडा नहीं छोड़ूंगा। मुझे इस बात की खुशी है कि झंगोरे की खीर राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गई है। मैं गांव- गदेरों के विकास के बारे में भी बात करता रहूंगा। इस अवसर पर, शुभ कीर्तन मंडली ने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी । होली मिलन समारोह में कांग्रेस नेता मनीष खंडूड़ी, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, मातबर सिंह कंडारी, शूरवीर सजवाण, पूर्व विधायक गणेश गोदियाल, राजकुमार, प्रभुलाल बहुगुणा, अनुपमा रावत आदि मौजूद थे।

हरीश रावत ने सभी को चंदन का टीका लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड एक कौमी गुलदस्ता है। जिसमें कई रंगों के फूल खिलते हैं। हमें चार धाम, नानकमत्ता, गोल्ज्यू देवता, गंगा, मां पूर्णागिरी, द्रोणागिरी, मनसा देवी, चंडी देवी, पिरान कलियर, हेमकुंड साहिब, सुरकंडा देवी आदि का आशीर्वाद प्राप्त है।