अपर मुख्य सचिव ने कहा मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी तैयारियों को समय रहते किया जाए पूरा
-सभी विभागों को ओनरशिप लेकर इस आयोजन को बनाना है सफल

देहरादून,

देहरादून में होने वाली आपदा प्रबंधन पर 6वीं अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस को लेकर सोमवार को सचिवालय में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन हेतु सभी तैयारियों को समय रहते पूर्ण कर लिया जाए। सभी विभागों को ओनरशिप लेकर इस आयोजन को सफल बनाना है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिहाज से इस आयोजन का बहुत महत्व है, इस लिहाज से तैयारियों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।
बैठक में बताया गया कि 28 नवंबर से होने वाली कांग्रेस के सभी कार्यक्रम ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में आयोजित होंगे। चार दिन के इस सेमिनार में कुल 70 सेशन होंगे जिसमें अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के वक्ता अपनी बात रखेंगे। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सभी विभागों को चाहिए कि वे बेहतर तालमेल के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि इसके ठीक बाद दिसंबर माह में ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी देहरादून में होने जा रही है। ऐसे में यह आयोजन उसकी रिहर्सल के तौर पर भी बेहद अहम है।
अपर मुख्य सचिव ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि बैठक में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के गणमान्य व्यक्ति आ रहे हैं सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण कर ली जाए। बैठक में बताया गया कि लगभग 600 डेलिगेट्स इस कांग्रेस में भाग लेंगे इस हेतु उनके ठहरने व अन्य व्यवस्थाओं का इंतजाम कर लिया गया है। अपर मुख्य सचिव ने बैठक में निर्देश दिए कि  ग्राफिक एरा से लेकर जिन किसी भी होटल में डेलिगेट्स रुकेंगे वहां पर फायर सेफ्टी ऑडिट करा लिया जाए। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि आयोजन के दिवस पर एम्बुलेंस व मेडिकल टीम की व्यवस्था पूरी कर ली जाए। बैठक में बताया गया कि चार दिवसीय आयोजन में शुरुआत के दो दिनों में शाम के वक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त एक दिन विदेशी मेहमानों को गंगा आरती हेतु ऋषिकेश भी ले जाया जाएगा। बैठक में सचिव शैलेश बगोली, आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था श्री एपी अंशुमन, यू-कॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, डीआईजी राजकुमार नेगी, ग्राफिक एरा विश्विद्यालय के कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।