चमोली जिले मे स्थित विश्व धरोहर नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क मे इन दिनों वन्य जीवों तथा जड़ी बूटियों की निगरानी को गए दल में पहली बार महिला कर्मियों ने भाग लिया है l कोरोना माहमारी मे जहां लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं, वही इन दिनों समुद्रतल से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के जवानों द्वारा जंगलों में पैदल गश्त की जा रही है, ताकि वन तस्करों पर अंकुश लगाया जा सके l इसी के चलते कोरोना काल मे अभी तक कोई भी तस्करी का मामला सामने नहीं आया है l पार्क के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में वन विभाग के तीन दलों द्वारा अलग -अलग जगहों पर गश्त की गई l दूसरे दल में पहली बार तीन महिलाओं ने भाग लिया जिनमें वन दरोगा रोशनी नेगी, फोरेस्टर ममता कनवासी व दुर्गा सती शामिल हैं l उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के बीच जंगलों के खतरनाक रास्तों पर ये जवान अपने कर्तव्य को निभा कर वन्यजीवों की सुरक्षा की दृष्टि से निरंतर गश्त कर रहे हैं l इन महिलाओ ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनके लिए ये चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन फर्ज व कर्त्तव्य के चलते 7 दिनों तक उन्होने दुर्गम व बर्फ़ीले स्थानों पर गश्त की l गश्त के दौरान उन्हाेंने पाया कि दुर्लभ जीव जंतुओं की चहल कदमी ट्रैप कैमरों मे कैद हुई है जो शुभ संकेत है l
नंदा देवी नेशनल पार्क के वन संरक्षक अमित कंवर का कहना है कि वन्यजीवों को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंच सके, इसलिए वन विभाग द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है जो लगातार जारी रहेगी l उन्होंने कहा कि पहली बार निगरानी दल में महिला कर्मियों ने भाग लिया l