टिहरी:-

जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्ष्ता में कलक्ट्रेट सभागार में जिला योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। वित्तीय वर्ष 2020-21 में विभिन्न विभागों को आवंटित 63 करोड़ 37 लाख के सापेक्ष फरवरी 2021 के अंत तक 57 करोड़ 42 लाख व्यय किया गया जो की अवमुक्त धनराशि का 90.93 प्रतिशत है। अधिशासी अभियंता लोनिवि नरेंद्रनगर मो० आरिफ खान व अधिशासी अभियंता राजकीय सिंचाई नरेंद्रनगर कमल सिंह द्वारा बैठक में प्रतिभाग नही करने पर तत्काल प्रभाव से अग्रिम आदेशो तक वेतन रोकने के साथ स्पष्टीकरण भी तलब किया है। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को चेताया कि 1 अप्रैल को यदि 1 भी पैसा उनके पास अवशेष रह जाता है तो संबंधित अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दिया जाना तय है।

इसके साथ ही यदि कोई अधिकारी 15 मार्च के बाद बिना उनकी अनुमति के धनराशि सरेंडर करता है तो उन संबधित अधिकारियों को भी प्ररिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो विभाग धनराशि खर्च नही कर पा रहे है वे 24 घंटे के भीतर धनराशि को सरेंडर कर देवें ताकि जिन विभागों द्वारा अतिरिक्त धनराशि की मांग की जा रही है उनको आवंटित की जा सके। बैठक में ईई लोनिवि कीर्तिनगर ने 16 लाख, मुख्य कृषि अधिकारी ने 16 लाख, लोनिवि टिहरी ने पूल्ड हाउस हेतु 20 लाख, उरेडा ने 10 लाख रुपए की अतिरिक्त मांग जिलाधिकारी के सम्मुख रखी। बैठक में सीडीओ अभिषेक रुहेला, डीडीओ सुनील कुमार, डीएसटीओ निर्मल कुमार, सीएमओ डॉ सुमन आर्य, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ पीएस रावत, जिला उद्यान अधिकारी डॉ डीके तिवारी, जीएम डीआईसी महेश प्रकाश, ईई लोनिवि केएस नेगी, ईई जल संस्थान सतीश नौतियाल, ईई जल निगम, ऐआरटीओ एनके ओझा, डीपीआरओ चमन सिंह राठौर के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।