देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

राष्ट्रीयकृत बैंकों को private हाथों में सौंपने के केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध में प्रदेश के 15 हजार बैंक कर्मचारियों ने strike (हड़ताल ) पर रहकर रोष व्यक्त किया। बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण राज्य भर में 750 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुए हैं।

सोमवार को, 15 और 16 मार्च को, महासंघ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UBFU) द्वारा एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आह्वान किया गया, और राज्य भर के राष्ट्रीयकृत बैंकों में कामकाज ठप रहा । राज्य के राष्ट्रीयकृत और ग्रामीण बैंकों की दो हजार शाखाएँ हड़ताल के समर्थन में शामिल हुईं। 15,000 अधिकारियों और कर्मचारियों की हड़ताल के कारण बैंकिंग परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। बैंकों में क्लीयरिंग हाउस न होने के कारण लगभग 750 करोड़ का लेन-देन रुक गया । चेक और ड्राफ्ट क्लीयरेंस नहीं हो सका । इसके अलावा, नकद लेनदेन, आरटीजीएस, नेफ्ट , आदि कार्य भी एक ठहराव पर थे। UBFU उत्तराखंड के संयोजक समदर्शी बड़थ्वाल ने कहा कि राज्य भर के बैंक कर्मचारियों ने अपने-अपने जिलों में प्रदर्शन किया। बताया जाता है कि देहरादून में बैंक कर्मचारी सुबह दस बजे एस्लेहॉल चौक पर पंजाब नेशनल बैंक की शाखा के बाहर एकत्र हुए। यहां से गांधी पार्क, कुमार स्वीट शॉप से ​​क्लॉक टॉवर तक रैली निकाली गई और वहाँ से वापस एस्लेहॉल तक। यहां करीब दो घंटे तक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।

वहीं, अखिल भारतीय राष्ट्रीयकृत बैंक अधिकारी महासंघ (उत्तराखंड) के सचिव इंद्र परमार के नेतृत्व में बैंक कर्मचारियों ने राजपुर रोड स्थित केनरा बैंक से गांधी पार्क तक रैली निकाली। कॉमरेड पीआर कुकरेती, राजन पुंडीर, सीके जोशी, टीपी शर्मा, वीके जोशी, टीएस पांगती, आरपी शर्मा, प्रवीण जॉली, राकेश चंद्र उनियाल, दीपक रावत, शार्दूल ढोंढियाल, शिखर जोशी, एएस भाकुनी, अमित जुयाल, अंकिता कंडारी, अनुज भट्ट सहित अन्य उपस्थित रहे।

शाम तक एटीएम खाली हुए

बैंकों की हड़ताल के कारण आम लोगों ने नकदी के लिए एटीएम का सहारा लिया। जिसके कारण दून के विभिन्न एटीएम के बाहर दिन भर लंबी कतारें भी देखी गईं। बैंकों ने पिछले शुक्रवार को एटीएम बूथों में कैश डाला था। जिसके कारण दोपहर में अधिकांश एटीएम खाली हो गए। देर शाम तक कुछ एटीएम में नौ कैश का बोर्ड लगा था।