फल फाइबर, कैल्शियम, आयरन, विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-के जैसे कई जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होते हैं, जो सेहत को ढेरों लाभ पहुंचाते हैं।हालांकि, इंटरनेट पर फलों के सेवन को लेकर बहुत सारी गलत सूचनाएं वायरल होती रहती हैं, जिन्हें लोग सच मान लेते हैं, लेकिन इनकी सच्चाई कुछ और ही है।आइए आज हम आपको फलों को खाने से जुड़े कुछ भ्रम और उनकी सच्चाई बताते हैं।

भ्रम- फल हमेशा खाली पेट खाने चाहिए
शायद यह सबसे आम भ्रम है कि फल हमेशा खाली पेट खाने चाहिए, लेकिन यह बात सच से कोसों दूर है।सच्चाई तो यह है कि फल किसी भी समय खाए जा सकते हैं, लेकिन खाने के साथ इनका सेवन करना गलत माना जाता है।इसका कारण है कि भोजन के साथ फल खाने से पाचन की गति धीमी हो जाती है और यह ढंग से पच नहीं पाते हैं।यहां जानिए मीठे की लालसा को दूर करने वाले फल।

भ्रम- खाने से पहले या बाद में फल खाने से इनका पोषण खत्म हो जाता है
अगर आपका मानना है कि खाने से पहले और बाद में फल खाने से इनका पोषण खत्म हो जाता है तो बता दें कि यह भी एक गलत धारणा है।सच्चाई बस इतनी है कि भोजन के आसपास फल खाने से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है।सुबह जल्दी या भोजन के बीच में पर्याप्त अंतराल रखते हुए फल खाना आदर्श है और अगर आपको आंत से जुड़ी कोई समस्या नहीं है तो आप फलों के कुछ टुकड़े भी खा सकते हैं।

भ्रम- फलों की मिठास सेहत को नुकसान पहुंचाती है
अगर आप इस वजह से फलों का सेवन नहीं करते हैं कि इसमें बहुत अधिक मिठास होती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है तो आपको बता दें कि यह सिर्फ एक भ्रम है।सच बात तो यह है कि फलों में फ्रुक्टोज और विटामिन-बी की भरपूर मात्रा शामिल होती है।ये ऐसे पोषक तत्व हैं, जो प्राकृतिक चीनी का एक अच्छा स्रोत माने जाते हैं और इनसे सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।

भ्रम- मधुमेह रोगियों को फल नहीं खाने चाहिए
फल से जुड़ा एक भ्रम यह भी है कि इनका सेवन मधुमेह रोगियों को नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे उनकी मधुमेह की समस्या बढ़ जाती है, जबकि यह एक गलत तथ्य है।विशेषज्ञों की मानें तो मधुमेह रोगियों के लिए 55 से कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फलों का सेवन लाभदायक होता है।अगर मधुमेह रोगी सीमित मात्रा में फलों का सेवन करें तो इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।यहां जानिए ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के तरीके।

भ्रम- फल खाने से शरीर में गर्माहट उत्पन्न होती है
कई लोगों का यह मानना है कि फल खाने से शरीर में गर्माहट उत्पन्न होने लगती है, लेकिन इस बात की सच्चाई से लोग अनजान हैं।दरअसल, कुछ फलों के छिलके में फाइटिक एसिड मौजूद होता है, जो शरीर में गर्माहट का कारण बनता है।अगर फल खाने से पहले उन्हें ठंडे पानी में एक-डेढ़ घंटे तक भिगोकर रख दें तो इस पर मौजूद फाइटिक एसिड धुल जाता है और शरीर को फलों के सेवन से ठंडक मिलती है।