जोशीमठ : उत्तराखंड में लगातार गिरते कोरोना संक्रमण के ग्राफ को देखते हुए सरकार ने कई छूट दे दी हैं। वहीं उत्तराखंड के कई इलाके ऐसे है जहां काफी लंबे समय कोई भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया है। जिससे लोगों के साथ साथ प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। लेकिन अभी भी हर जिले का प्रशासन कोरोना को लेकर काफी संजीदा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए प्रशासन कोई भी लापरवाही नहीं बरतना चाहता है। साथ ही सभी लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश भी प्रशासन लगातार दे रहा है।

दो महीने बाद मिला कोरोना का मामला
बता दें कि लंबे समय से कोरोना मुक्त इलाके जोशीमठ में सोमवार को एक बार फिर कोरोना संक्रमित मरीज मिला है। जानकारी के मुताबिक उक्त मरीज पांडुकेश्वर में ऑल वेदर रोड पर मजदूरी का कार्य करता है। संक्रमित मजदूर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपेश्वर रेफर किया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. राजीव गर्ग ने कोरोना मरीज की पुष्टि की है। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति बन गई है। काफी लंबे समय से जहां कोरोना की रफतार थम गई थीं। वहां अचानक कोरोना का मामला सामने आने के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है। साथ ही प्रशासन ने तुरंत की कॉन्टेक्ट टेसिंग भी शुरू कर दी है।

ये है प्रदेश में कोरोना के आंकडे़
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 22 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 45 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। जिसके बाद प्रदेश में अब सक्रिय मामलों की संख्या 609 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, रविवार को 21,238 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं पांच जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया था। वहीं, चंपावत और नैनीताल में एक-एक, देहरादून में पांच, हरिद्वार और पौड़ी में दो-दो, पिथौरागढ़ में तीन, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में चार-चार संक्रमित मिले हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 3,42,162 हो गई है। इनमें से 3,28,153 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7,362 लोगों की जान जा चुकी है।