बाजपुर से PAHAAD NEWS TEAM

बांसखेड़ा गांव के ग्रामीणों ने (केंद्र सरकार) Central Government के (कृषि कानूनों ) Agricultural Laws का समर्थन करने वाले leaders (नेताओं)का गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी है।इसके लिए, ग्रामीणों ने गाँव के प्रवेश द्वार पर ही एक फ्लैक्स लगाया और नेताओं को चेतावनी दी कि यदि वे गाँव में आते हैं, तो उनका कड़ा विरोध किया जाएगा। 5 जनवरी को गांव बांसखेड़ा के विजय नगालिया में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम का ग्रामीणों और अन्य किसानों ने कड़ा विरोध किया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि (शिक्षा मंत्री) Minister of Education अरविंद पांडे लगातार (किसान विरोधी कानूनों ) Anti farmer laws का समर्थन कर किसानों का मजाक बना रहे हैं। इससे किसानों में जबरदस्त आक्रोश है। PAHAAD NEWS

वहीं, ग्रामीणों के साथ ग्राम प्रधान मीनाक्षी सूर्या ने किसानों के विरोध के बाद गांव में फ्लैक्स लगाकर किसान विरोधी नेताओं का गांव में प्रवेश वर्जित कर दिया है। प्रधान पति ब्रह्मानंद ने बताया कि यह पूरा गांव किसानों के समर्थन में है। ऐसी स्थिति में, यदि कोई भी नेता, चाहे किसी भी दल का हो, किसानों के खिलाफ बयान देगा या विरोध करेगा, तो उस नेता का गाँव में विरोध किया जाएगा। ब्रह्मानंद ने बताया कि इसी को लेकर गाँव के प्रवेश द्वार पर फ्लैक्स लगाया गया है। इसके साथ, किसानों का विरोध करने वाले नेताओं को समझ आ जाये कि वह गाँव बाँसखेड़ा के द्वार पर है। PAHAAD NEWS

किसान नेता नरवाल ने आभार व्यक्त किया
बाजपुर के युवा किसान नेता मनदीप सिंह नरवाल का कहना है कि गांव बांसखेड़ा की ग्राम प्रधान मीनाक्षी सूर्या और यहां के ग्रामीण बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने इतना बड़ा फैसला लिया। मंदीप का कहना है कि कि किसान विरोधी बयान देने वाले ऐसे नेताओं के लिये यह एक अच्छा संदेश है कि किसानों के हकों की बात किये बिना कोई भी पार्टी सत्ता में नहीं आ सकती।