देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर तोताघाटी में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए कौड़ि‍याला-सांकड़ीधार मार्ग को वैकल्पिक मार्ग के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने इस रूट का सर्वे करते हुए इसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजने को कहा. उन्होंने कहा कि तोताघाटी में भूस्खलन के दौरान वैकल्पिक मार्ग का उपयोग कर जान-माल की रक्षा की जा सकती है. उन्होंने नरेंद्र नगर से गुजरने वाले बद्रीनाथ और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत के भी निर्देश दिए हैं.

बुधवार को कैबिनेट मंत्री और नरेंद्र नगर विधायक सुबोध उनियाल ने सचिवालय में आपदा प्रबंधन विभाग, लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि बदरीनाथ जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 58 और गंगोत्री जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 94 नरेंद्र नगर से होकर गुजरता है। यह मार्ग गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र के लिए भी यातायात प्रदान करता है। बारिश के कारण यह सड़क काफी खराब हो गई है। इससे इन मार्गों से निकलने वाले संपर्क मार्ग भी प्रभावित हुए हैं। पेयजल लाइनें और सिंचाई प्रणाली प्रभावित हुई।

उन्होंने अधिकारियों से इसे तुरंत ठीक करने को कहा। उन्होंने कहा कि इन राष्ट्रीय राजमार्गों पर कई जगह डेंजर जोन बन गए हैं. उन्हें चिह्नित कर मरम्मत की जानी चाहिए। जहां कार्य प्रगति पर है वहां फंसे हुए बोल्डर चिह्नित किए जाएं ताकि इन्हें सुरक्षित तरीके से हटाया जा सके ।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने चारधाम मार्ग पर जगह-जगह बनने वाले डंपिंग यार्ड से होने वाले खतरों की ओर भी अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया । उन्होंने कहा कि कई जगह ये डंपिंग जोन खिसक रहे हैं। इससे आसपास के गांवों को खतरा है। इनसे झील बनने की भी संभावना है। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी की अध्यक्षता में एक मूल्यांकन समिति गठित करने के निर्देश दिए, ताकि ऐसे खतरों की पहचान की जा सके.

उन्होंने टिहरी तपोवन सड़क के चौड़ीकरण के कारण आने वाली दिक्कतों को देखते हुए ब्लाक प्रमुख, एसडीएम और सड़क सुरक्षा संगठन के अधिकारियों की एक समिति बनाने को कहा, जो समस्याओं के निस्तारण को कदम उठाएगी। उन्होंने सड़कों को चौड़ा करने के लिए भूमि अधिग्रहण के लंबित मुआवजे के मामलों को शीघ्र निपटान के भी निर्देश दिए।