मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट देहरादून ने दुष्कर्म के आरोपी महेश नेगी को डीएनए के लिए ब्लड सैंपल देने का आदेश दिए है। उन्हें गुरुवार को देहरादून सीजेएम कोर्ट में पेश होना होगा।

इसके लिए अदालत ने दून अस्पताल प्रबंधन को डीएनए सैंपल के लिए टीम भेजने का आदेश दिया है। पीड़िता का दावा है कि उसकी बेटी के जैविक पिता विधायक महेश नेगी हैं। वर्तमान में इस मामले की जाँच महिला पुलिस स्टेशन, श्रीनगर द्वारा की जा रही है।

विधायक महेश नेगी के खिलाफ एक महिला ने दुष्कर्म  का आरोप लगाया था। इस मामले में, पुलिस ने पीड़ित की ओर से मामला दर्ज नहीं किया। ऐसे में पीड़िता ने कोर्ट में शिकायत की। इसके बाद विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी के खिलाफ नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़िता का आरोप है कि विधायक ने उसे देश के कई शहरों में ले जाकर उसके साथ  दुष्कर्म  किया है। उन्होंने इससे एक बेटी भी पैदा की है। पीड़िता का दावा है कि उसने बेटी का डीएनए टेस्ट कराया, जिसमें महेश नेगी के जैविक पिता होने की पुष्टि हुई।

हालांकि, यह डीएनए रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली थी। पीड़िता के वकील एडवोकेट एसपी सिंह ने कहा कि उन्होंने विधायक का डीएनए टेस्ट कराने के लिए सीजेएम कोर्ट में अर्जी दी थी। इस मामले में सुनवाई करते हुए सीजेएम कोर्ट ने अब आदेश पारित किए हैं।

कोर्ट ने आदेश दिया कि विधायक महेश नेगी को गुरुवार सुबह 11 बजे डीएनए सैंपल के लिए कोर्ट में पेश होना होगा। साथ ही, जांच अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वह पीड़ित की बेटी को नियत समय पर नमूना लेने के लिए अदालत में लाए। दून अस्पताल की टीम को भी वहां मौजूद रहने को कहा गया है।

महिला के खिलाफ आरोप पत्र वापस कर दिया गया था

इस मामले से पहले, विधायक की पत्नी ने पीड़ित के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला भी दर्ज किया था। आरोप था कि महिला ने विधायक से करोड़ों रुपये की मांग की थी। नेहरू कॉलोनी पुलिस ने इस मामले में हाल ही में चार्जशीट दायर की थी। बाद में इसे तत्कालीन पुलिस कप्तान के इशारे पर वापस बुला लिया गया। इसके साथ, तत्कालीन आईजी गढ़वाल रेंज अभिनव कुमार ने दोनों मामलों की जांच पौड़ी गढ़वाल के महिला पुलिस स्टेशन को सौंप दी।

एसआईटी महिला के बताए स्थानों पर गई

विधायक के खिलाफ दर्ज मामले की जांच सबसे पहले एसआईएस शाखा ने की थी। महिला ने कई शहरों के नाम दिए थे जहां विधायक ने उसे लिया था। इनमें मसूरी, दिल्ली, नैनीताल आदि स्थानों को शामिल किया गया था। SIS शाखा की टीम ने भी इन स्थानों पर जाकर जांच की, वहाँ प्रथम दृष्टया पर विधायक और महिला की मौजूदगी के प्रमाण मिले।