देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में, कोरोना वायरस फिर चुनौतियां बढ़ाने लगा है। पिछले चार-पांच दिनों से जिस तरह से मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, वह बड़े खतरे का संकेत है। न केवल मैदानों में, बल्कि लंबे समय से शांति में रहे पर्वतीय जिलों में भी संक्रमण की गति बढ़ने लगी है। रविवार को राज्य में कोरोना के 366 नए मामले सामने आए हैं। इस साल यह एक ही दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं। इससे पहले, 1 जनवरी को, रोगियों की संख्या 361 रही थी। स्थिति भी चिंताजनक है क्योंकि संक्रमण दर भी दिन पर दिन उछल मार रही है। फरवरी में, संक्रमण दर आधे प्रतिशत से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन रविवार को यह 4.58 प्रतिशत रही है। राहत की बात है कि किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 7993 सैंपल की जांच रिपोर्ट विभिन्न सरकारी और निजी प्रयोगशालाओं से प्राप्त हुई । जिनमें से 7627 की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। देहरादून में कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक 167 लोग प्रभावित हैं। इस साल दून में यह सबसे ज्यादा मामले हैं। हरिद्वार में भी 59 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस बात की भी चिंता है कि टिहरी में संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। यहां 54 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा नैनीताल में 31, उधम सिंह नगर में 20, पौड़ी में 17, उत्तरकाशी में छह, रुद्रप्रयाग में चार, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में तीन-तीन और बागेश्वर में दो लोग संक्रमित पाए गए हैं। जबकि चमोली और चंपावत में संक्रमण के नए मामले सामने नहीं आए हैं। यहां विभिन्न जिलों के 42 मरीज ठीक भी हुए है।

अब तक राज्य में 99 हजार, 881 मामले सामने आए हैं। जिसमें 95025 (95.14 प्रतिशत) लोग स्वस्थ हुए हैं। वर्तमान में 1660 एक्टिव केस उपलब्ध हैं। कोरोना संक्रमित 1709 मरीजों की मौत अब तक हो चुकी है।

89 केंद्रों पर 3306 टीकाकरण किया गया

कोरोना के बढ़ते ग्राफ के बीच संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान भी जारी है। रविवार को राज्य के 89 केंद्रों पर 3306 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। इनमें साठ साल से अधिक उम्र के 2496 लोग शामिल रहे । वहीं, 45 से 59 वर्ष की आयु के 421 व्यक्तियों को भी टीका लगाया गया है। इसके अलावा, 211 फ्रंटलाइन वर्कर्स और 178 हेल्थ वर्कर्स को भी टीका लगाया गया है। इस तरह राज्य में अब तक एक लाख, 21 हजार, 441 व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण (दोनों खुराक) हो चुका है। साठ साल से अधिक उम्र के तीन लाख, 13 हजार, 128 व्यक्तियों को भी वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।