गैरसैंण , PAHAAD NEWS TEAM

ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में शनिवार को विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष के हंगामे के बीच वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 57400.32 करोड़ का बजट पारित किया गया। विभिन्न विभाग-वार अनुदान मांगों के साथ, उत्तराखंड विनियोग विधेयक 2021 सहित पांच विधेयक भी पारित किए गए। इसके साथ, ग्रीष्मकालीन राजधानी का पहला बजट सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।

सत्र में 4 मार्च को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा बजट पेश किया गया था। शुक्रवार को बजट पर सामान्य चर्चा हुई, जबिक शनिवार को विभिन्न विभागवार अनुदान मांगों पर। जब स्वास्थ्य विभाग से संबंधित अनुदानों की मांगों पर चर्चा की जा रही थी, तो विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह कोरोना संक्रमण निवारण उपायों के बारे में गंभीर नहीं है। हालाँकि, सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया था कि सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं और परिणामस्वरूप, संक्रमण पर भी अंकुश लगाया गया।

विभिन्न विभाग-वार अनुदान मांगों के साथ, उत्तराखंड विनियोग विधेयक 2021 सहित पांच विधेयक भी पारित किए गए। इसके साथ, ग्रीष्मकालीन राजधानी का पहला बजट सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।

विपक्ष के सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए और वेल में आकर हंगामा करने लगे। इस हंगामे के बीच, विभागवार अनुदान मांगों के साथ ही पांच विधेयक पारित कर दिए गए ।इस बीच, संस्कृति मंत्री ने पूर्णागिरि मंदिर के अधूरे निर्माण कार्य के बारे में एक बयान दिया, तो मुख्यमंत्री की ओर से , संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक की ओर से रामनगर के अंतर्गत वर्ग-तीन की भूमि पर काबिज पट्टेदारों के विनियमितीकरणके संबंध में। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे पारित किया गया और फिर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा इसकी घोषणा की गई।