नैनीताल , PAHAAD NEWS TEAM

चिकित्सक और स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोविड की अवधि के दौरान संक्रमण को रोकने के लिए शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने पर जोर दे रहे हैं। जिसके लिए विशेष खानपान और जीवनशैली में बदलाव लाने की सलाह दी जा रही है। लेकिन मनोचिकित्सक डॉ. गिरीश पांडेय बताते हैं कि संक्रमण से लड़ने के लिए व्यक्ति की शारीरिक क्षमता मजबूत होनी चाहिए। उससे कई अधिक संक्रमित व्यक्ति को मानसिक तौर पर मजबूत होने की जरूरत है। कहा जाता है कि मानसिक तनाव के कारण शरीर से एक विशेष प्रकार का हार्मोन निकलता है। जो हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है। ऐसी स्थिति में, मानसिक रूप से तनाव मुक्त होने के नाते संयम से इलाज कराकर कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है।

कोरोना संक्रमण जो तेजी से फैल रहा है वह लोगों को प्रभावित कर रहा है। संक्रमण की दूसरी लहर ने लोगों के मन में एक डर पैदा कर दिया है। ऐसी स्थिति में, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और चिकित्सकों को शरीर की प्रतिरक्षा विकसित करके संक्रमण को हराने की सलाह दी जा रही है। वही मनोचिकित्सकों का मानना है कि शरीर में प्रतिरक्षा की भूमिका जितनी महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण है मानसिक रूप से मजबूत रहना। बीडी पांडे अस्पताल में तैनात मनोचिकित्सक डॉ. गिरीश पांडेय का कहना है कि डर और घबराहट के चलते संक्रमित व्यक्ति का नर्वस सिस्टम फेल हो जा रहा है । जिससे कई संक्रमितों की मौत हृदयघात और अन्य कारणों से हो रही है। व्यक्ति को अपना मनोबल बनाए रखना है। ताकि संक्रमण से लड़ने में शरीर भी पूरी तरह से प्रतिक्रिया कर सके। उन्होंने बताया कि मानसिक तनाव और घबराहट के दौरान शरीर से एक विशेष हार्मोन निकलता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है।

इस उपाय को अपनाने से आपको लाभ मिलेगा

व्यवस्थित दिनचर्या अपनाएं।
रोज़ कसरत करो।
कृपया दिन में एक बार ध्यान जरूर लगाएं।
परिवार के साथ समय बिताना।
संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
संक्रमित होने पर घबराएं नहीं।
मनोबल ऊंचा रखें।
पौष्टिक आहार लें।