PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में, छठी से 11 वीं  की कक्षाओं की पढ़ाई  ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। जिन छात्रों  के पास   ऑनलाइन पढ़ने की सुविधा नहीं है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर स्कूल बुलाया जाएगा। मुख्य सचिव द्वारा जारी किए गए एसओपी (मानक संचालन कार्यविधि)   में,  अधिक छात्रसंख्या  के मामले में शारीरिक दूरी बनाने के लिए स्कूलों को दो शिफ्टों में काम करने की अनुमति दी  है। विद्यार्थियों को लाने-ले जाने वाले   स्कूल बसों या स्कूल-संबद्ध सार्वजनिक सेवा वाहनों को दैनिक रूप से  सैनिटाइज  किया जाएगा। बस में छात्रों के प्रवेश के समय थर्मल स्कैनिंग और हैंड सैनिटाइजेशन किया जाएगा। स्कूल प्रबंधन को सैनिटाइजर और मास्क की उपलब्धता अधिक रखनी होगी। प्रदेश में वे ही डे और आवासीय स्कूल खुलेंगे, जो कंटेनमेंट जोन के बाहर होंगे। (PAHAAD NEWS TEAM) 

नोडल अधिकारी और सीईओ जवाबदेह होंगे

एसओपी का पालन  कराने   के लिए स्कूलों को एक नोडल अधिकारी नामित करना होगा। यह अधिकारी सुरक्षित    शारीरिक दूरी और COVID प्रोटोकॉल के संबंधी   निर्देशों के अनुपालन के लिए जिम्मेदार होगा। स्कूल में छात्रों, शिक्षकों या अन्य कर्मचारियों के कोरोना संक्रमण के मामले में, जिला प्रशासन को समय पर सूचित करने के लिए नोडल अधिकारी जिम्मेदार होगा। प्रत्येक जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी को स्कूलों में कोरोना संक्रमण की सूचना प्राप्त करने और जिला प्रशासन और उच्च अधिकारियों को सूचित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह बनाया गया है। (PAHAAD NEWS TEAM)

आवासीय विद्यालयों के लिए अलग एसओपी जारी  की गई हैं। इसमें 24 अक्टूबर को सरकार को स्कूलों को खोलने के लिए दिए गए निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है। राज्य में सरकारी आवासीय विद्यालय विभिन्न विभागों से संचालित होते हैं। मुख्य सचिव के अनुसार, शिक्षा महानिदेशक शिक्षा विभाग के आवासीय स्कूलों के लिए एसओपी जारी करेंगे। समाज कल्याण विभाग या अन्य विभाग अपने आवासीय स्कूलों के लिए अलग-अलग एसओपी जारी करेंगे। (PAHAAD NEWS TEAM)

प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूल नहीं खुलेंगे

10 वीं और 12 वीं कक्षाओं के लिए राज्य में नवंबर के महीने में ही स्कूल  को खोला जा चुका है  सरकार ने कक्षा एक से पांचवीं यानी प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है। (PAHAAD NEWS TEAM)