सोमेश्वर , PAHAAD NEWS TEAM

कल रात हुई भारी बारिश के कारण लोद घाटी को काफी नुकसान हुआ है। बारिश के कारण, निर्माणाधीन सिंचाई हरोंबौर पुलिया की निर्माण सामग्री साई नदी में विलीन हो गई। सोमेश्वर की लोद घाटी में भारी बारिश के कारण सोमवार रात कई सिंचाई गूल के हेड ध्वस्त हो गए ।

इसके अलावा, निर्माणाधीन पुलिया और नहरों की निर्माण सामग्री भी साई नदी में समां गईं । कल रात, बिलोरीगाड़ क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी, जिसके कारण क्षेत्र के गदेरे उफान पर आ गए थे। साथ ही साई नदी का जल स्तर भी काफी बढ़ गया।

सामाजिक कार्यकर्ता राजू भट्ट ने कहा कि उनके गांव में सिंचाई नहरों की स्थिति बिगड़ने के कारण, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने इसके निर्माण के लिए सांसद निधि से धनराशि स्वीकृत की थी। जिसका कार्य प्रगति पर था, लेकिन कल रात हुई बारिश के कारण, नदी के किनारे रखी निर्माण सामग्री और सीमेंट नदी की भेंट चढ़ गए । इस आपदा में एक लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन से आपदा से हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की है।

इसी समय, खाड़ी सुनार में निर्माणाधीन पुलिया की सामग्री भी साई नदी में गिर गई। खाड़ी सुनार के सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप रौतेला ने बताया है कि साई नदी में पुल के निर्माण के लिए रखी गई सामग्री बह गई है। पल्यूड़ा की ग्राम पंचायत की मुखिया सुनीता जोशी ने कहा कि उनके गांव की सुरक्षा के लिए साई नदी के किनारे बने चेक डैम बह चुके है। जिसके कारण भविष्य में गांव खतरे में है, उन्होंने प्रशासन से साईं नदी से गांव की सुरक्षा के लिए निर्माण कार्य करने की मांग की।