देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड बोर्ड ने शनिवार को हाई स्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी कर दिया। बिना परीक्षा के जारी किए गए परिणाम छात्रों को काफी पसंद आया । इसका कारण अपेक्षा से अधिक अंकों की बारिश थी, जो हर छात्र-छात्रा के लिए चौंकाने वाला विषय रहा।

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने उत्तराखंड बोर्ड के रामनगर कार्यालय में परिणाम घोषित किया. वहीं, शिक्षा निदेशालय में अपर निदेशक प्राथमिक शिक्षा एसपी खाली और संयुक्त निदेशक बीएस नेगी ने परिणाम घोषित किया. उत्तराखंड बोर्ड ने इस साल कोरोना संक्रमण के चलते 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं नहीं कराईं। ऐसे में 12वीं का रिजल्ट जारी करने के लिए 50:40:10 का फॉर्मूला तय किया गया. इसके तहत 10वीं के प्रदर्शन का 50 फीसदी, 11वीं के प्रदर्शन का 40 फीसदी और 12वीं के सत्रीय कार्य और आंतरिक मूल्यांकन का 10 फीसदी वेटेज रिजल्ट में लिया गया. इसी तरह 10वीं का रिजल्ट 75:25 के फॉर्मूले से तैयार किया गया था. इसके तहत छात्रों को कक्षा 9 के प्रदर्शन के लिए 75 प्रतिशत और कक्षा 10 के असाइनमेंट और आंतरिक मूल्यांकन के लिए 25 प्रतिशत वेटेज दिया गया था। उम्मीद से ज्यादा अंक मिलने से छात्र इस फॉर्मूले से काफी खुश थे।

12वीं में 95.4 फीसदी अंक हासिल करने वाली स्वाति कंबोज ने बताया कि उन्हें 10वीं में 89.4 फीसदी अंक मिले हैं. ऐसे में 12वीं में उनका लक्ष्य 95 का आंकड़ा पार करना था. कोरोना के कारण परीक्षा नहीं दे सका, लेकिन परिणाम उम्मीद से बेहतर रहा। वहीं, 12वीं में 90.6 फीसदी अंक हासिल करने वाली सलोनी ने 10वीं और 11वीं में 86.6 फीसदी अंक हासिल किए. कई अन्य छात्र-छात्राओं का भी यही कहना था कि उन्हें उम्मीद से बेहतर परिणाम मिला हैं।

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