पिथौरागढ़ , PAHAAD NEWS TEAM

समान काम के लिए समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मचारियों ने मंगलवार को काम का बहिष्कार किया। कर्मचारियों ने जल्द मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

टकाना रामलीला मैदान में एकत्रित कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी कर आक्रोश जताया। इस बैठक के दौरान, वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने समान काम के लिए समान वेतन का मानक बनाया हुआ है। सरकार खुद इस मानक की धज्जियां उड़ा रही है। वर्षों से सेवा दे रहे उपनल कर्मियों को नाममात्र का मानदेय दिया जा रहा है। कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग हाशिए पर है। कई बार मांग करने के बाद भी सरकार उदासीन बनी हुई है। सरकार की यह उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर समान काम के लिए समान वेतन और नियमितीकरण की मांग जल्द पूरी नहीं हुई तो कर्मचारी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में विमल धामी, शेखर पाटनी, त्रिभुवन बसेड़ा, बसंत भट्ट, कवींद्र रावत, हिम्मत सिंह, पुष्कर भाटिया, पप्पू धामी, मनोज जोशी, राजेंद्र सिंह, मनोज कुमार , आदि शामिल हुए। सरकार में फेरबदल से शिक्षा के क्षेत्र में भी आएगा अपेक्षित बदलाव : प्रदेश में भाजपा सरकार के बदलाव के कारण शिक्षा क्षेत्र में अपेक्षित बदलाव की भी उम्मीद जगी है। सरकारी शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष गोविंद भंडारी ने कहा कि कागजों और फाइलों तक सीमित सभी महत्वाकांक्षी शैक्षणिक योजनाएं अब जमीन पर उतरेंगी। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले समाज के निम्न और मध्यम वर्ग के बच्चों को वास्तव में सरकारी शैक्षिक योजनाओं का लाभ मिलेगा।

प्रेस को दिए गए एक बयान में, राशिसं जिला अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि सरकार में हुए फेरबदल के कारण, स्कूलों में लंबे समय से रिक्त शिक्षकों और प्राचार्यों / प्राचार्यों के पद भरे जाएंगे। ताकि स्कूलों में पढ़ने और सीखने की प्रक्रिया का संचालन आदर्श तरीके से हो सके। राज्य में भौतिक संसाधन विहीन विद्यालयों को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि उन स्कूलों में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाया जा सके। भंडारी ने नई सरकार से उम्मीद जताई कि शिक्षक समुदाय की लंबे समय से लंबित विभिन्न समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस और सार्थक पहल की जाएगी। जिससे शिक्षक समाज में व्याप्त असंतोष व आक्रोश का वातावरण दूर हो सके और शिक्षक समुदाय निश्चिंत व संतुष्ट होकर समाज की भावी पीढ़ी के भविष्य निर्माण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन सफलतापूर्वक कर सके।