श्रीनगर , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में इस बार सबसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा मुफ्त बिजली का होने जा रहा है. मुफ्त बिजली के मुद्दे को लेकर बीजेपी की ओर से आप और कांग्रेस नेताओं से लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है. कोई नेता 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने का ऐलान कर रहा है तो कोई 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का ऐलान कर रहा है.

श्रीनगर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य इस समय 1 हजार करोड़ रुपये की बिजली खरीद रहा है. अगर राज्य को फ्री कॉस्ट पर धकेला गया तो राज्य की आर्थिक स्थिति खराब होगी। जिसका खामियाजा राज्य में रहने वाले लोगों को ही भुगतना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का इतिहास बताता है कि 1904 की आपदा के दौरान जब अंग्रेजों ने श्रीनगर के निवासियों को मुफ्त अनाज देने की बात कही तो लोगों ने इसे लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में कुछ चुनिंदा लोगों को ही 100 यूनिट से ऊपर की मुफ्त बिजली दी जा रही है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड फ्री में काम नहीं करता। यहां के लोग स्वावलंबी हैं, वे काम करना जानते हैं।

श्रीनगर के रक्तदान शिविर में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार फिर देवस्थानम बोर्ड पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड से प्रदेश का विकास होगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड की खामियां तीर्थ पुरोहित बताएं. इस बोर्ड में किसी भी प्रकार का कोई दोष नहीं है। आज तक सभी के हक हकूक बरकरार हैं। बोर्ड बनने के बाद चारों धामों का विकास होगा। इस बोर्ड से किसी को कोई नुकसान नहीं होता है। सरकार ने सोच-समझ कर बोर्ड का गठन किया है।