आजादी के 73 साल बाद भी सड़क नहीं होने का खामियाजा भुगत रहे हैं जौनपुर के खरक व मेलगढ गांव

उपेंद्र सिंह रावत “जौनपुरीकी रिपोर्ट :

एक तरफ पीएम मोदी मन की बात में भारत को डिजिटल इंडिया बनाने की बात करते हैं तो दूसरी तरफ वे गाँवो में सड़कों का निर्माण नही कर पारे है।
जौनपुर विकासखंड के गांव खरक व मेलगढ़ में सड़क बनाने के बड़े बडे दावे किए गये थे प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा लेकिन वास्तव में आज भी इन गांवों के लोगों को पैदल ही गांव का रास्ता आँकना पड़ता है। यूँ तो मुख्यमंत्री के साहायक गाँव – गाँव जाकर लोगों से वोट मांगते है पर गाँव – गाँव में सड़कों का निर्माण नहीं कर सके और आज भी ग्रामीण मीलों पैदल चलकर सड़क मार्ग तक पहुंचते हैं।
कई गांवों में रोगियों को उठा कर लाना पड़ता है तथा कई लोग रास्ते में दम तोड़ चुके हैं। उत्तराखंड राज्य बने भी दो दशक से अधिक का समय हो गया लेकिन स्थिति जस की तस है ।
ग्रामीणों ने गांव तक सड़क नहीं पहुंचने पर पंचायत चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया था लेकिन सरकार के प्रतिनिधियों के सड़क पहुंचाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण पंचायत चुनाव में भाग लेने पर राजी हो गये थे। लेकिन आज पंचायत चुनाव को बीते हुए भी सवा साल का समय बीत चुका है और स्थिति जस की तस है। ऐसी ही स्थिति उत्तराखंड के कई गांवों की है जहां आज तक सड़क तक नहीं है ।

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क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी अपनी आवाज शासन प्रशासन तक पहुंचाने का प्रयास लगातार करते रहे हैं लेकिन उनके प्रयास नक्कार कानो में तूती की आवाज बनकर रह जाते हैं। आश्चर्य की बात है कि जिलाधिकारियों के आदेशों का भी उलंघन अधिकारी पीछे नहीं हैं ऐसे में विकास की उम्मीद किससे करें।