आज देहरादून में उत्तराखंड क्रांति दल की स्थापना के 45 वर्ष पूरे होने(स्थापना दिवस) पर देहरादून कचहरी रोड स्थित दल के मुख्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस अवसर पर पार्टी के नए और पुराने कायर्यकर्ता स्थापना दिवस मनाने पर के लिए पार्टी कार्यालय में जमा हुए। इस अवसर पर कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे और पार्टी के सुरुवाती दिनों को याद किया गया।

उत्तराखंड क्रांति दल के 45वें स्थापना दिवस पर पार्टी ने अपने पुराने मुख्य कार्यकर्ता को को सम्मानित किया इसमें एक जयप्रकाश उत्तराखंडी को भी सम्मानित किया गया। उत्तराखंडी जी बताता है की उत्तराखंड क्रांति दल के लिए पिछले साढे चार दशकों में क्षेत्रिय दल व क्षेत्रिय संघर्ष में मेरी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए मुझे पार्टी की ओर से दल के केन्द्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत जी द्वारा सम्मानित किया।

उन्होंने बताया की पार्टी ने 24-25 जुलाई 1979 को मसूरी में दल स्थापना के दौरान ‘उत्तराखंड क्रांति दल’ नाम का प्रस्ताव देने के लिए संस्थापक सदस्य डाक्टर कृपाल सिंह रावत सरोज व अनेक पुराने साथियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मनोरथ प्रसाद ध्यानी(सुनील ध्यानी) ने किया।

श्री उत्तराखंडी बताते है की आज का सम्मेलन देखकर महसूस हुआ कि उत्तराखंड क्रांति दल के राजनैतिक तेवर बदल रहे हैं। नये अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत जी के नेतृत्व में सभी पुराने साथी, जो दल से अलग हो गये या निष्क्रिय हो गये,सब पार्टी के लिए जी जान से जुटते नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी)मूल निवास, भू कानून और राजधानी गैरसैण को लेकर निर्णायक संघर्ष शुरू करने जा रहा है।

सम्मेलन को शांति प्रसाद भटट, ओमी उनियाल, बीर चंद रमोला, पुष्पलता सिलमाना समैत अनेक वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर सैकडों कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।