आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में वजन बढ़ना और खासतौर पर पेट पर चर्बी जमा होना सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन चुका है। यह परेशानी अब केवल बड़े-बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवाओं और बच्चों में भी तेजी से देखने को मिल रही है। डॉक्टरों के अनुसार, पेट और कमर के आसपास की अतिरिक्त चर्बी शरीर के लिए सबसे खतरनाक मानी जाती है, क्योंकि यह कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकती है।

अध्ययन बताते हैं कि जिन लोगों के पेट पर फैट ज्यादा जमा होता है, उनमें हृदय रोग, डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसी क्रॉनिक बीमारियों का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में कहीं अधिक होता है। यही कारण है कि विशेषज्ञ सभी को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और समय-समय पर वजन नियंत्रित रखने की सलाह देते हैं।

असल समस्या यह है कि अधिकतर लोग बेली फैट को सिर्फ गलत खानपान से जोड़ते हैं, जबकि यह पूरी सच्चाई नहीं है। नींद की कमी, देर रात तक जागना, शराब का सेवन और लंबे समय तक बैठे रहना भी पेट की चर्बी बढ़ाने के बड़े कारण हैं।

नींद और बेली फैट का गहरा संबंध
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जो लोग रात में छह घंटे से कम सोते हैं, उनमें पेट पर चर्बी जमा होने का खतरा 30% ज्यादा होता है। नींद पूरी न होने से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है और फैट तेजी से स्टोर होने लगता है।

शराब और पेट की चर्बी
विशेषज्ञ बताते हैं कि शराब में मौजूद अतिरिक्त कैलोरी सीधे पेट और लिवर पर चर्बी के रूप में जम जाती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोध के अनुसार, नियमित रूप से शराब पीने वालों में बेली फैट का खतरा और भी अधिक रहता है।

निष्कर्ष
पेट की चर्बी को हल्के में लेना आपके स्वास्थ्य को गंभीर खतरे में डाल सकता है। इसे कम करने के लिए केवल डाइटिंग ही नहीं, बल्कि नींद पूरी करना, शराब से दूरी बनाना और रोजाना शारीरिक गतिविधि बढ़ाना भी बेहद जरूरी है।

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