विकासनगर , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को खटीमा गोलीकांड की 26वीं बरसी पर शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी. मंच के कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य अभी तक आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य नहीं बना है, जिसके लिए वह लगातार संघर्ष कर रहा है.

शहर के शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि राज्य के प्रति आंदोलनकारियों के सपने साकार नहीं हो पाए हैं. सरकार को उन लोगों के सम्मान को ध्यान में रखते हुए काम करना चाहिए जिन्होंने राज्य के लिए अपनी शहादत दी। उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों का राज्य बनाने के लिए निरंतर संघर्ष जारी रहेगा। मंच महासचिव जयकृष्ण सेमवाल, सभासद धर्मेंद्र ठाकुर, उर्मिला शर्मा, राकेश अमोली, रतनलाल गोदियाल, भजन सिंह नेगी, मायाराम ममगाईं, सरोजनी ममगाईं, मोहनलाल रतूड़ी, विजय भट्ट, शांति रावत, लक्ष्मी देवी, कमला घिल्डियाल, मोहनलाल रतूड़ी, सुरेंद्र सिंह रावत, सुनीता चमोली, अनिल चमोली, शिवप्रकाश गोदियाल, साकिब, आशा पंवार, जयंती पटवाल, रतन गुसाईं, सुरेंद्र रावत, रेनू, सीमा कुकरेती, द्वारिका प्रसाद पंत, अनिता चौधरी  आदि शामिल थे।

हरबर्टपुर में पछवादून विकास मंच के संयोजक अतुल शर्मा ने शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 1 सितंबर 1994 का वह दिन उत्तराखंड के हर निवासी के जेहन में आज भी ताजा है. उन्होंने राज्य के निर्माण के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों को याद करते हुए कहा कि इस घटना को 26 साल बीत चुके हैं, लेकिन आंदोलनकारी अभी भी अपने सपनों के उत्तराखंड के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के निर्माण में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब उनके सपने साकार हों।