कैम्पटी। यमुना नदी पर निर्माणाधीन 300 मेगावाट लखवाड़ बांध परियोजना को लेकर प्रभावित ग्रामीणों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्राम पंचायत पाली के अंतर्गत कूणा गांव के निकट बांध कार्यस्थल पर लखवाड़ बांध प्रभावित संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पांचवें दिन भी धरना-प्रदर्शन जारी रहा।

धरना स्थल पर धनोल्टी विधायक प्रीतम पंवार भी पहुंचे और आंदोलनरत ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने प्रभावितों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और कहा कि उनकी मांगों को उचित मंच पर उठाया जाएगा।

लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे बांध प्रभावितों ने प्रशासन और कंपनी पर अनदेखी का आरोप लगाया है। प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो उन्होंने मजबूरन धरना शुरू किया। अब धरने के पांच दिन बीत चुके हैं और बांध का निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी सभी 22 सूत्रीय मांगों पर ठोस समाधान नहीं निकलता, वे धरना स्थल से नहीं हटेंगे।

इस दौरान जौनपुर और जौनसार क्षेत्र के सैकड़ों प्रभावित काश्तकारों और बेरोजगार युवाओं ने भाग लिया और सरकार व निर्माण कंपनी एलएनटी के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं निकाला गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

धरना स्थल पर इस अवसर पर महिपाल सजवाण, महेंद्र सिंह पुंडीर, अनिल पंवार, सुरेश रावत, सुमेर सिंह रावत, कन्हैया सिंह राणा, प्रदीप रावत और सबल सिंह रावत सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।