टिहरी। 300 मेगावाट लखवाड़ बाँध जलविधुत परियोजना से प्रभावित यमुनाघाटी के समस्त काश्तकार, मातृ शक्ति व युवा बेरोजगार पिछले 30 दिनों से लगातार परियोजना स्थल लोहारी में अपने अधिकारों की व अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, शासन प्रशासन द्वारा काश्तकारों व बेरोजगार युवाओं को उनके अधिकारों से दरकिनार करके 3 वर्ष पूर्व ही बाँध का कार्य शुरू कर दिया गया जो की क्षेत्र के प्रभावित काश्तकारों व बेरोजगार युवाओं के अधिकारों पर कुठाराघात है।
ये बहुत दुर्भापूर्ण है कि एक देश,एक विधान, एक संविधान की बात करने वाली सरकार एक ही प्रदेश में एकसमान परियोजना के लिए अलग-अलग नीति के तहत कार्य कर रही है,जो कि संविधान के तहत भी भेदभावपूर्ण है। सरकार को चाहिए था कि पहले सभी प्रभावितों को उनके अधिकार प्रदान करने के बाद ही बाँध निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया जाता किंतु ऐसा ना करके शासन प्रशासन द्वारा प्रभावितों के अधिकारों को रोंदने का कार्य किया जा रहा है जो कि बेहद अन्यायपूर्ण व दुर्भाग्यपूर्ण है।
लगातार 30 दिनों से आंदोलनरत मातृशक्ति, काश्तकारों व बेरोजगार युवाओं में काफी आक्रोश व्याप्त है कि पूरा एक महीना बीत जाने के पश्चात भी शासन प्रशासन कोई ठोस रणनीति नहीं बना पायी है जिससे कि सभी बाँध प्रभावितों को संतुष्ट किया जा सके, अत्यंत खेद का विषय है कि केंद्र सरकार की बहुआयामी परियोजना होने के बावजूद भी इस परियोजना से पूर्ण व आंशिक रूप से प्रभावित होने वाले काशकारों व बेरोजगार युवाओं के अधिकारों की अनदेखी की जा रही है जो की बेहद अन्यायपूर्ण है।
सभी बाँध प्रभावित मातृशक्ति, काश्तकारों व बेरोजगार युवाओं का कहना है की जब तक उनकी सभी मांगे पूर्ण नहीं की जाती तब तक ये आंदोलन ऐसे ही अनवरत रूप से चलता रहेगा और जल्द ही सभी परियोजना प्रभावितों द्वारा बड़ी संख्या में एकत्रित होकर राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बंद किया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
आज धरना स्थल पर संदीप तोमर लोहारी, महेंद्र पुंडीर, सुरेश रावत, मुकेश तोमर, संदीप तोमर लखस्यार, आकाश पंवार, अजबीर रावत, सुभाष रावत, सतीश तोमर, अनिल तोमर, राजू, नीटू, खजान सिंह, स्वरुप चौहान, सुनील, नितेश, महेश तोमर टटोर, रविंद्र चौहान शूरवीर चौहान आदि उपस्थित रहे।


Recent Comments