मौसम विभाग द्वारा दिनांक 18 -19 अक्टूबर को उत्तराखण्ड में भारी बारिश की चेतावनी जारी।

देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आलम यह है कि पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन का सिलसिला जारी है. बारिश और भूस्खलन से 4 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के हालात का जायजा लेने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सचिवालय स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों से राज्य के हालात की जानकारी ली.

मौसम विभाग ने बीते दिन राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था. जिसके तहत 18 और 19 अक्टूबर को राज्य के सभी हिस्सों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट है. जिसका असर राज्य के पहाड़ी इलाकों में देखने को मिल रहा है. राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश जारी है। कमोबेश यही स्थिति मैदानी इलाकों में भी है। राज्य के तमाम इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आपदा जैसे हालात से निपटने के लिए सरकारी तंत्र पूरी तरह से तैयारियों में लगा हुआ है.

सावधानी बरतें व सुरक्षित रहे।
आपातकालीन नम्बर- 1070, 1077
उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ।

राज्य के हालात का जायजा लेने आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे सीएम धामी ने बताया कि इस आपदा की बारिश से पौड़ी जिले में 3 लोगों की मौत हो गई है. 2 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। साथ ही भारी बारिश के कारण चंपावत के एक गांव में छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई. राज्य के बाकी हिस्सों में फिलहाल स्थिति सामान्य है। वह खुद राज्य के हालात पर नजर रखे हुए हैं. सीएम धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. केदारनाथ धाम में बीती देर शाम तक करीब 6000 श्रद्धालु मौजूद रहे। जिसमें से 4000 श्रद्धालु नीचे आ गए हैं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बारिश के कारण यदि कोई हाईवे जाम हो जाता है तो उनके सुचारू आवागमन के लिए पूरी व्यवस्था की जाए. जिन क्षेत्रों में भारी वर्षा होती है, वहां विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मुख्यमंत्री सुबह से ही सभी जिलाधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं.