काशीपुर , PAHAAD NEWS TEAM

मानपुर फिरोजपुर की नई बस्ती के ग्रामीण मालिकाना हक नहीं मिलने से आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने तंग आकर आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की। आक्रोशित ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और रोष प्रकट किया। इसके साथ ही ग्रामीणों ने उप कलेक्टर आकांक्षा वर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा.

आपको बता दें कि वर्ष 1994 में पौड़ी के ग्राम धारा, झिरना और कोठीरो के कई परिवारों को कॉर्बेट रिजर्व की ओर से वन बंदोबस्त के तहत विस्थापित कर काशीपुर के मानपुर, प्रतापपुर और रामनगर के आमपोखरा में बस गए थे. तत्कालीन तहसीलदार द्वारा मीटरिंग के बाद जमीन का आवंटन भी किया गया था। लेकिन 27 साल बीत जाने के बाद भी उन्हें मालिकाना हक नहीं मिल पाया है.

जिससे इन सभी को काशीपुर तहसील में अपने भू-स्वामित्व संबंधी अभिलेख ऑनलाइन दर्ज कराने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इससे विस्थापित परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है और यहां तक कि किसान सम्मान निधि और ऋण आदि जैसी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. लोगों का कहना है कि समस्या से अवगत कराने के बाद भी सरकार उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है.

आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि जमीन हमारी होने के बाद भी उनकी नहीं है. वहीं, डिप्टी कलेक्टर आकांक्षा वर्मा ने बताया कि पूरी रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को भेज दी गई है. इस मामले में उच्चाधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए।