ग्राम लोहारी पहुंचे निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ।

टिहरी , PAHAAD NEWS TEAM

अभी-अभी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री श्री नारायण सिंह राणा एवं लोहारी ग्रामवासियों के साथ, प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू से मिल कर उन्हें लोहारी बांध विस्थापितों की पीड़ा से अवगत कराया,और आगे बिस्सू त्यौहार के मद्देनजर गांव खाली न कराने हेतु आग्रह किया गया!साथ ही इनके रहने की उचित व्यवस्था तथा ग्रामवासियों की अनुपस्थिति में आंकी गई सम्पत्तियों व परिसम्पत्तियों की कीमतों के पुनरांकलन के लिये कमेटी गठित करने हेतु भी ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया गया।श्रीमान मुख्य सचिव द्वारा प्रकरण पर सकारात्मक व उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया जिसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।

प्रशासनिक अधिकारियों की चेतावनी से भयभीत लोहारी के ग्रामीणों ने बिना किसी उलझे अपने घर खाली करना शुरू कर दिया है . ग्रामीण अपने नए स्थानों पर शिफ्ट हो गए है।

बात ये है कि 5 अप्रैल 2022 दिन मगलवार को जिलाधिकारी देहरादून के निर्देश पर तहसील प्रशासन कालसी ने लोहारी के ग्रामीणों को मकान खाली करने का नोटिस जारी किया था . एडीएम प्रशासन एसके बर्नवाल के नेतृत्व में विकासनगर कालसी के एसडीएम तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ लोहारी गांव को खाली कराने के लिए मौके पर पहुंचे थे . प्रशासनिक अधिकारियों की चेतावनी से भयभीत लोहारी के ग्रामीणों ने बिना किसी उलझे अपने घर खाली करना शुरू कर दिया है . ग्रामीण अपने नए स्थानों पर शिफ्ट हो गए है। उधर, ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव से मिल कर आया था और ग्रामीणों को कुछ दिन का समय देने सहित अपनी मांगों को रखा था .

बिजली उत्पादन के लिए एक सौ बीस मेगावाट की व्यासी बांध परियोजना तैयार है। बांध परियोजना के साठ साठ मेगावाट के दोनों टरबाइन चालू होने के लिए तैयार हैं। जिसके लिए यूजेवीएनएल ने बांध परियोजना की झील में पानी भरना भी शुरू कर दिया था। झील में 621 आरएल तक पानी भरने के बाद बांध परियोजना की पूरी जांच की जा चुकी है. अब बांध परियोजना से बिजली उत्पादन के लिए 630 आरएल तक पानी भरना अनिवार्य है। इसके बाद ही प्रोजेक्ट की टरबाइन शुरू होगी और बिजली पैदा होगी। लेकिन लोहारी गांव 624 आरएल पर स्थित है। लोहारी गांव के ग्रामीणों के अन्यत्र विस्थापित होने के बाद ही तालाब में 630 आरएल तक पानी भर पाएगा। पहले चुनाव आचार संहिता, फिर शासन प्रशासन ने सरकार बनने तक कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन 5 अप्रैल को जिलाधिकारी ने तहसील प्रशासन को गांव खाली करने का नोटिस जारी करने का आदेश दिया था . जिस पर एसडीएम कालसी सौरभ असवाल ने लोहारी के ग्रामीणों को मंगलवार 5 अप्रैल को 48 घंटे के भीतर घर खाली करने के निर्देश दिया था . वहीं, एडीएम प्रशासन एसके बर्नवाल, एसडीएम विकासनगर विनोद कुमार, एसडीएम कालसी सौरभ असवाल विकासनगर कालसी के थानााध्यक्ष व भारी पुलिस बल के साथ जुड्डो पहुंचे. प्रशासन का रूप देख ग्रामीण दहशत में आ गए। ग्रामीणों ने अपना सामान इकट्ठा किया और गांव खाली करने के लिए जुट गए। लोहारी गांव के ग्रामीणों ने अपने वाहनों में सामान पैक कर अपने नए घरों की ओर बढ़ना शुरू कर दिया था .

ग्राम लोहारी पहुंचे निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ।

लखवाड़-व्यासी परियोजना अंतर्गत ग्राम लोहारी के निवासियों को विस्थापन का पर्याप्त समय दिए बगैर पुलिस-प्रशासन द्वारा गांव में जेसीबी लगा कर मकानों के ध्वस्तीकरण किये जाने की सूचना पर आज मौके पर पहुंचकर प्रीतम सिंह ने सम्बंधित अधिकारियों से वार्ता कर तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करने तथा विस्थापन के लिये कुछ और समय दिये जाने को कहा।
उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान ग्रामवासियों द्वारा अपने स्तर से विस्थापन की व्यवस्था की जा रही है परन्तु प्रदेश की तानाशाही सत्ता के आदेश से शासन व प्रशासन बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किये जबरन ग्रामीणों के घरों को उजाड़ने में लगा हुआ है। हम ऐसे अलोकतांत्रिक आचरण की कठोर निंदा करते हुए हर कदम पर ग्राम लोहारीवासियों के साथ खड़े हैं।