हल्द्वानी/काशीपुर : हरिद्वार के पथरी क्षेत्र में जहरीली शराब कांड के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया है. घटना के बाद से पुलिस-प्रशासन की टीम लगातार कच्ची शराब बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. हल्द्वानी और काशीपुर में भी टीम ने कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की है. चोरगलिया के जंगलों में नैनीताल पुलिस ने कई कच्ची शराब की भट्टियां तबाह कर दी हैं. साथ ही मौके से हजारों लीटर लहान और कच्ची शराब नष्ट कर दी गई।

पुलिस टीम ने कार्रवाई के दौरान कच्ची शराब बनाने का उपकरण भी बरामद किया है. मौके पर पहुंची पुलिस ने एक आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा आरोपी भागने में सफल रहा। चोरगलिया थाना प्रभारी हरेंद्र नेगी के नेतृत्व में हंसपुर खाता के जंगलों में कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाया गया और भट्टियां नष्ट कर दी गईं. थाना प्रभारी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान ऊधमसिंह नगर थाने के गदरपुर निवासी रंजीत सिंह को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके अन्य साथी मौका पाकर फरार हो गए. फरार आरोपित की तलाश की जा रही है। साथ ही गिरफ्तार आरोपित के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है।

काशीपुर में भी शुरू हुआ अभियान : हरिद्वार में जहरीली शराब कांड के बाद ऊधमसिंह नगर जिले के पुलिस कप्तान डॉ. मंजूनाथ टीसी के आदेश पर जिले भर में कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में काशीपुर सीओ वंदना वर्मा के नेतृत्व में जसपुर व काशीपुर पुलिस ने अवैध कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाया. जहां उन्होंने एक दर्जन से अधिक भट्टियां नष्ट कर 67 हजार लीटर लहान और 220 लीटर कच्ची शराब नष्ट कर शराब बनाने के उपकरण बरामद किए. पुलिस की इस कार्रवाई से शराब माफिया में हड़कंप मच गया।

वहीं, सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि जसपुर के पतरामपुर और काशीपुर के कुंडेश्वरी, आईटीआई थाना, पैगा पुलिस चौकी क्षेत्र में अभियान चलाया गया और 13 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कुछ लोगों को जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने कच्ची शराब के खिलाफ अभियान जारी रखने की बात कही है.

बता दें कि पथरी थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. रविवार देर रात इलाज के दौरान तीन और लोगों की मौत हो गई। वहीं, जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 7 हो गई है. आपको बता दें कि पथरी थाना क्षेत्र में पंचायत चुनाव से पहले प्रत्याशी व समर्थक लोगों के बीच शराब पीकर वोट हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले 4-5 दिनों से इलाके में जमकर शराब का वितरण किया जा रहा था.

सबसे ज्यादा बांटी गई शराब कच्ची शराब की है, जो गांव-गांव में तैयार की जाती है. बताया जा रहा है कि इसी तरह की शराब पीने से शनिवार को गांव में 4 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, रविवार को इलाज के दौरान तीन अन्य लोगों की मौत हो गई है.

पुलिस का खुलासा: पथरी थाना क्षेत्र के फूलगढ़ गांव के हरिद्वार में जहरीली शराब मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने शराब कांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपनी पत्नी को ग्राम प्रधान का प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में चुनाव जीतने के लिए उनके घर में कच्ची शराब दी गई. इसे पीने से पांच ग्रामीणों की मौत हो गई, जबकि एक युवक अब भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. वहीं मैंगलोर में 17 आरोपियों को शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है.

हरिद्वार के एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत के मुताबिक, फूलगढ़ के पांच लोगों की कच्ची शराब पीने से मौत हो गई है. इस मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम बिजेंद्र है, जो गांव फूलगढ़ का रहने वाला है.

ग्राम प्रधान का चुनाव जीतने के लिए आरोपी बिजेंद्र ने अपनी पत्नी को घर में कच्ची शराब पिलाई थी। इसे पीने से पांच ग्रामीणों की मौत हो गई। पुलिस ने बिजेंद्र के खेत में दफन 35 लीटर कच्ची शराब से भरा एक कैन भी बरामद किया है. इसके अलावा उसके भाई नरेश की दुकान के बेसमेंट में छिपाकर रखी भट्टी भी बरामद हुई है।

एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि वोटरों को रिझाने के लिए आरोपी बिजेंद्र ने छह माह पहले अपने खेत में भट्टी लगाकर कच्ची शराब निकाली थी. अब जब चुनाव आया तो उन्होंने खेत से 40 लीटर का डिब्बा निकाला और गांव वालों को पिलानी शुरू कर दी थी.

इस मामले में पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है. पुलिस ने इस मामले में फरार बिजेंद्र की पत्नी बबली और भाई नरेश को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है.