चिन्यालीसौड़ : उत्तराखंड के इस जिले में ‘लव जिहाद’ का मामला सामने आने के बाद तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को शहर के सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं और एक बड़ा जूलूस निकाला. व्यापारियों ने पुलिस-प्रशासन से मांग की है कि बाहरी लोगों का सत्यापन कराया जाए। आपको बता दें कि एक मुस्लिम युवक द्वारा नाबालिग लड़की को भगाने की कोशिश का मामला सामने आया है.

हालांकि लोगों ने युवक और उसके साथी को पकड़ लिया। पुरोला की घटना से आक्रोशित व्यापारियों और विभिन्न हिंदू संगठनों के सदस्यों ने चिन्यालीसौड़ और डुंडा बाजार को बंद रखते हुए सड़कों पर जुलूस निकाला. वहीं, चिन्यालीसौड़ में तहसीलदार ने डीएम को ज्ञापन भेज बाहरी लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मंगलवार की सुबह चिन्यालीसौड़ के पांच व्यापारिक मंडलों के व्यापारियों सहित विभिन्न संगठनों के लोग टैक्सी स्टैंड चिन्याली में जमा हो गए। जहां से जुलूस निकालकर पीपलमंडी बाजार होते हुए श्यामपुर के देवी मंदिर से सुलीठांग होकर तहसील परिसर पहुंचे। इस दौरान सड़कों पर जय श्री राम के नारे भी गूंजते रहे।

जुलूस तहसील परिसर में आमसभा में बदल गया। यहां वक्ताओं ने कहा कि बाहरी लोग पहाड़ के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। बाहरी लोगों को दुकान नहीं देने से पुरोला जैसी घटनाओं पर रोक लग सकती है। चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी अमित सकलानी ने कहा कि गढ़वाल में कई जगह ऐसी हैं जहां के बाजार धर्म विशेष के बाहरी लोगों से पटे हैं।

घरों और दुकानों में बाहरी लोग हैं। इन जगहों पर हर दिन नए लोग दिखाई देते हैं। जिसका सत्यापन किया जाना है। डूंडा बाजार में भी व्यापारियों ने विरोध जताते हुए दोपहर एक बजे तक अपनी दुकानें बंद रखीं। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, व्यापार मंडल जिला उपाध्यक्ष अमित सकलानी, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष शीशपाल चन्द रमोला, सुभाष नौटियाल, बिजेंद्र कोहली, ओमप्रकाश सेमवाल, सचिन पंवार आदि मौजूद रहे.

ये मामला है
आपको बता दें कि पुरोला में 26 मई को एक समुदाय विशेष के व्यक्ति द्वारा नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर भगाकर ले जाने का मामला सामने आया था. जिसके बाद से व्यापारी और हिंदू संगठन के लोग आक्रोशित हैं. ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए हिंदू जागरुकता संगठन, व्यापारी और कई छात्र संगठनों ने चिन्यालीसौड़ में प्रदर्शन किया है.

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