महाराष्ट्र में रविवार 2 जुलाई को एनसीपी नेता अजित पवार ने जो सियासी कदम उठाया, उसने सभी को चौंका दिया है. उन्होंने अपनी अगली राजनीतिक पारी महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के तौर पर शुरू की है, जिसके बाद चाचा शरद पवार ने साफ कर दिया है कि यह तख्तापलट है और उन्होंने कहा कि वह दिखा देंगे कि एनसीपी कौन है. इस बीच, महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि अजित पवार और उनके साथ शपथ लेने वाले एनसीपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

पाटिल ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नौ सदस्यों ने राजभवन जाकर पार्टी की नीति के खिलाफ शपथ ली. यह कार्रवाई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को अंधेरे में रखकर की गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से मंत्री पद की शपथ लेने वाले एनसीपी नेताओं को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को अयोग्यता याचिका भेजी गई है.

याचिका में सिर्फ 9 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है

पाटिल ने कहा कि हमने केंद्रीय चुनाव आयोग को पत्र लिखा है और उन्हें मेल किया है. सिर्फ 9 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. बाकी विधायक हमारे संपर्क में हैं. जब वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाएंगे तो हमारे साथ वापस आएंगे।

एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष पाटिल ने कहा, “हम चाहते हैं कि अयोग्यता याचिका पर जल्द सुनवाई करके हमारी स्थिति को समझा जाए।” विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को इस पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए. हमने सभी कानूनी कदम उठाए हैं।’ शपथ लेने के बाद ही उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया.

अजित पवार ने उठाया चौंकाने वाला कदम

2 जुलाई का दिन महाराष्ट्र की राजनीति के लिए सुपर संडे साबित हुआ. एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई. इससे पहले खबर आई थी कि महाराष्ट्र में एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष बनाने को लेकर यह बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे.

लेकिन देखते ही देखते पूरा मामला बदल गया जब अजित पवार बैठक छोड़कर सीधे राजभवन पहुंचे और डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए. अजित पवार के अलावा एनसीपी के 8 और विधायकों ने भी शपथ ली.

पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अजित पवार ने राज्यपाल को लिखे पत्र में 40 से ज्यादा एनसीपी विधायकों के समर्थन का दावा किया है. वहीं, डिप्टी सीएम के शपथ ग्रहण के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि सभी विधायक उनके साथ हैं.

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