बंदरकोट: आज लखवाड़ बांध प्रभावित किसानों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि 24 अक्टूबर से संयुक्त मोर्चे के तहत धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की गई, क्योंकि पिछले कई समय से प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर किसी सुनवाई के बिना भटकते रहे हैं।

बैठक में उपस्थित किसानों ने बताया कि धरना प्रदर्शन उनकी बुनियादी मांगों को लेकर किया जाएगा। प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं:

  1. पूर्व में अधिकृत भूमि की अनुदान राशि को बढ़ाया जाए।
  2. परियोजना हेतु नई भूमि का अधिग्रहण।
  3. प्रभावित किसानों की परिसंपत्ति का सर्वेक्षण/मूल्यांकन।
  4. बांध परियोजना से पूरी तरह प्रभावित गांवों का विस्थापन।
  5. स्थायी रोजगार सुनिश्चित किया जाए।

बैठक में संयुक्त मोर्चा का गठन भी किया गया, जिसमें चार प्रतिनिधियों को उनके-अपने क्षेत्रों से आगे किया गया है। इन प्रतिनिधियों के अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

  • अथाजुला से: महिपाल सजवाण
  • सिलगांव से: महेंद्र सिंह पुंडीर
  • जौनसार से: संदीप तोमर
  • नैनबाग: अभी कोई प्रतिनिधि नहीं चुना गया

इन चारों प्रतिनिधियों को संयुक्त मोर्चे का नेतृत्व सौंपा गया है।

इस अवसर पर जिलापंचायत सदस्य सरतली जोत सिंह रावत, महिपाल सिंह सजवाण, राकेश राणा, महेंद्र सिंह पुंडीर, प्रेम सिंह रावत, सुंदर चौहान (प्रधान बैल), नागेंद्र राणा, सुमेर सिंह, विक्रम सिंह कैंतुरा, संदीप तोमर सहित कई अन्य स्थानीय नेता और किसान उपस्थित थे।

बैठक के समापन पर किसानों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई, तो 24 अक्टूबर से होने वाले धरना प्रदर्शन में बड़े पैमाने पर शामिल होंगे।