उत्तरकाशी , PAHAAD NEWS TEAM

2008 से अधर में लटकी यमुनोत्री रोपवे योजना के अब धरातल पर उतरने की उम्मीद है. जानकारी के मुताबिक सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सरकार ने रोपवे योजना की कार्रवाई को आगे बढ़ाया है. साथ ही योजना के टेंडर और बिडिंग को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जल्द ही रोपवे निर्माण के लिए कार्यादेश की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।

बता दें कि यमुनोत्री धाम के लिए मां यमुना का शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव से साढ़े तीन किलोमीटर लंबा रोपवे बनाने का प्रस्ताव है. साढ़े 3 किमी लंबी खरसाली से यमुनोत्री धाम तक रोपवे को 2008 में लगभग 183 करोड़ की लागत से स्वीकृत की गई थी ।

उसके बाद 2010 में एक फर्म को इसके निर्माण का ठेका दिया गया, जिसके लिए खरसाली गांव के ग्रामीणों ने भी करीब चार हेक्टेयर जमीन प्रशासन को दे दी, लेकिन 2013 की आपदा के बाद रोपवे योजना अधर में लटक गई. जिसके बाद इस पर कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी। अब एक बार फिर सरकारी प्रशासन ने यमुनोत्री धाम के रोपवे निर्माण की कवायद तेज कर दी है.

उत्तरकाशी के डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि यमुनोत्री रोपवे निर्माण कार्य में सरकार की ओर से टेंडर व बोली लगाने की अंतिम कार्रवाई की जा रही है. मुख्य सचिव और पर्यटन सचिव ने भी अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. आपको बता दें कि यमुनोत्री धाम दर्शन के लिए यात्री अब जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक 6 किमी की खड़ी चढ़ाई पार करते हैं।