रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जिला रुद्रप्रयाग पुलिस का ऑपरेशन मुस्कान संजीवनी फायदेमंद साबित हो रहा है. खासकर उन भक्तों के लिए जो रास्ते में खो जाते हैं या अपना कुछ सामान खो देते हैं। केदारनाथ धाम सहित यात्रा स्थलों पर तैनात रुद्रप्रयाग पुलिस बल यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।

ऑपरेशन मुस्कान के तहत रुद्रप्रयाग पुलिस हर दिन श्रद्धालुओं की मदद में जुटी है. कल केदारनाथ धाम में एक 5 साल का बच्चा अपने माता-पिता से बिछड़ कर रोने लगा। केदारनाथ धाम में तैनात प्रधान आरक्षक शिवचरण ने तत्परता से बच्चे को गोद में लिया और शांत कराया। खोया-पाया केंद्र से सूचना मिलने के बाद बच्चे के माता-पिता का पता लगा लिया गया और उन्हें सौंप दिया गया।

केदारनाथ धाम यात्रा पर निकली हरिद्वार निवासी माया देवी का केदारनाथ में पर्स खो गया। कांस्टेबल पंकज राणा ने पर्स ढूंढा और उसे दे दिया।

तेलंगाना की रहने वाली लक्ष्मी प्रसन्ना केदारनाथ धाम के रास्ते में अपने परिवार के सदस्यों से बिछड़ गई थी और बहुत व्याकुल थी। घोषणा के बाद चौकी लिनचोली पुलिस ने उन्हें उनकी बेटी से मिलवाया। जिला रुद्रप्रयाग पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत अब तक 104 बिछड़े तीर्थयात्रियों को उनके परिजनों से मिलवाया है, जबकि 16 मोबाइल फोन बरामद कर वापस लाए गए हैं.

15 पर्स व अन्य आवश्यक सामग्री भी बरामद कर यात्रियों को सौंपी गई है। इस बार रुद्रप्रयाग पुलिस का ऑपरेशन मुस्कान गूगल वॉयस ट्रांसलेटर जैसी नई तकनीक की मदद से लोगों को एक साथ लाने में मददगार साबित हो रहा है.