उत्‍तरकाशी के पुरोला में उपजे विवाद से नैनबाग में भी आक्रोश है। इसको देखते हुए व्यापार मंडल व पूर्व प्रतिनिधियों क्षेत्र के गणमान्य लोगों की बैठक सोमवार को सम्पन हुई।

टिहरी ज़िले के नैनबाग के राजकीय इंटर कॉलेज के सांस्कृतिक मंच पर सोमवार को सामाजिक राजनीतिक व्यापारी संगठनों ने बैठक की । बैठक में 3 जून को नैनबाग में एक समुदाय विशेष के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। जिसमें पूरे क्षेत्र से बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, जनता, व्यापारी वर्ग व युवा शामिल हुए। और इस क्षेत्र में रहने वाले और व्यवसाय करने वाले विशेष समुदाय के लोगों को 10 दिनों के अल्टीमेटम के भीतर यहां से जाने के कहा गया था।

इसी संदर्भ में चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिनेश तोमर की अध्यक्षता में हुई सोमवार की बैठक में सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, प्रधानगण, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जनमानस, उद्योगपतियों एवं गणमान्य व्यक्तियों द्वारा यह निर्णय लिया गया कि कुछ विशिष्ट समुदाय के लोग लगभग 40 वर्षों से व्यापार और निवास कर रहे हैं। भविष्य में किसी भी प्रकार का सामाजिक विरोध, जघन्य अपराध उसके द्वारा किया जाता है। तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मकान मालिक की होगी। मकान मालिक पुलिस सत्यापन के बारे में व्यापार मंडल को सूचित करेगा। और किसी भी फेरी आइसक्रीम ,कबाड़ी के शौकीनों के क्षेत्र में आने पर पूरे क्षेत्र में प्रतिबंध लगा दिया गया है।

सामाजिक कार्यकर्ता दीपक डोभाल का कहना है कि उनके द्वारा भविष्य में भी कई सामाजिक कुरीतियां की गई हैं, जिन पर ट्रेड यूनियन जनप्रतिनिधि को ध्यान देना चाहिए। और एक समुदाय विशेष के लोग जो नैनबाग में रहकर क्षेत्रीय सामाजिक अपराध करते हैं। उन्हें इस क्षेत्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है।उनके समर्थन में कुछ व्यापारी और क्षेत्रीय युवा जय श्री राम के नारे लगाते हुए बैठक से बाहर चले गए।

चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिनेश तोमर कोषाध्यक्ष व्यापार मंडल भरत सिंह रावत, महामंत्री नवीन रावत, प्रदीप कवि सचिव मेला समिति नैनबाग, प्रधान नैनबाग दिनेश खन्ना, प्रधान बणगांव वीरेंद्र तोमर, सूरत सिंह सजवान, गजे सिंह रावत, विक्रम सिंह चौहान आदि बैठक में मौजूद थे।

गर्मी से बचने के लिए पर्यटकों ने किया मसूरी का रुख , मालरोड पर पर्यटकों ने प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाया