हल्द्वानी , पहाड़ न्यूज टीम

उत्तराखंड में भी अग्निपथ योजना को लेकर भारी विरोध हो रहा है. हल्द्वानी में शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे युवकों पर लाठीचार्ज के बाद मामला पहले से ज्यादा गरमा गया है. कुमाऊं संभाग के पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में विरोध प्रदर्शन देखा गया। केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ उत्तर भारत में युवाओं का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। बिहार के साथ ही मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली के युवाओं ने भी ‘अग्निपथ’ का विरोध शुरू कर दिया है। सड़कों पर जमकर बवाल हुआ है।

शुक्रवार की देर शाम युवा प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से हल्द्वानी सर्किट हाउस में अग्निपथ योजना को लेकर मुलाकात की और योजना में संशोधन की मांग उठाई. इस दौरान केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने सभी युवाओं की बातें सुनते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए अग्निपथ योजना बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहाड़ का पानी और पहाड़ के युवाओं को बर्बाद नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि पहाड़ का पानी और पहाड़ का यौवन देश के लिए हमेशा उपयोगी रहेगा।

देहरादून एसएसपी ने युवाओं के साथ की चौपाल : देहरादून एसएसपी जन्मजेय खंडूड़ी ने परेड ग्राउंड देहरादून में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विभिन्न लोगों द्वारा आपको रास्ते से भटकाने का भी प्रयास किया जाएगा.

लेकिन, इससे विचलित हुए बिना आपको अपनी तैयारियों में लगातार लगे रहना होगा। क्योंकि भविष्य की भविष्यवाणी करना मुश्किल है। जब हम किसी के बहकावे में आकर अपना कीमती समय बर्बाद करते हैं, तो उस समय हमें इसका अहसास नहीं होता, लेकिन भविष्य में जब हम अपने साथ के लोगों को आगे बढ़ते देखते हैं, तो हमें एहसास होता है कि हमने क्या खोया है.

आपको बता दें कि देश के कुछ हिस्सों में भले ही अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा हो, लेकिन सरकार की राय में यह युवाओं के लिए एक सुनहरे अवसर की तरह है। इससे न सिर्फ युवाओं को सिर्फ चार साल में अनुशासित जीवन जीने का मौका मिलेगा, बल्कि उनके पास अगली नौकरी में जाने से पहले 11 लाख रुपये से अधिक की राशि भी होगी.