देहरादून, पहाड़ न्यूज टीम

भारतीय वायु सेना 2022: आज से अग्निपथ योजना के माध्यम से आवेदन करने के लिए भारतीय वायु सेना ने उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। जो उम्मीदवार अग्निपथ पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे agnipathvayu.cdac.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया कल से शुरू होगी और 5 जुलाई 2022 को समाप्त होगी।

भारतीय वायु सेना (IAF) ने आज से अग्निपथ योजना के माध्यम से आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। जो उम्मीदवार अग्निपथ पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे agnipathvayu.cdac.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया कल से शुरू होगी और 5 जुलाई 2022 को समाप्त होगी। उम्मीदवार पात्रता, चयन प्रक्रिया और अन्य विवरण नीचे देख सकते हैं।

पात्रता मापदंड

उम्मीदवार जो पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे यहां उपलब्ध विस्तृत अधिसूचना के माध्यम से शैक्षिक योग्यता और आयु सीमा की जांच कर सकते हैं।

चयन प्रक्रिया

चयन प्रक्रिया में चरण I और चरण II परीक्षा शामिल होगी। चरण I परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार चरण II परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे। ऑनलाइन परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों का नाम पीएफटी और उसके बाद मेडिकल टेस्ट के लिए उपस्थित होना होगा।

आवेदन शुल्क

इस भर्ती में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को ऑनलाइन परीक्षा के लिए आवेदन करते समय 250 रुपये का भुगतान करना होगा। आवेदन शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड / क्रेडिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से किया जाएगा।

अग्निवीरों को चार साल की अवधि के लिए 1950 वायु सेना के तहत वायु सेना में शामिल किया जाएगा। भारतीय वायु सेना में एक अलग रैंक तैयार करेगा, जो किसी भी मौजूदा रैंक से अलग है।

इस साल सेना में इतनी भर्तियां निकलीं
सेना में अग्निवीरों की भर्ती की योजना के बारे में बताते हुए लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने कहा कि इस साल दिसंबर के पहले सप्ताह तक सेना में 25,000 अग्निवीरों के पहले बैच की भर्ती की जाएगी। इसके बाद फरवरी 2023 तक दूसरे बैच में अभ्यर्थियों की भर्ती कर यह संख्या 40000 पूरी कर ली जाएगी।

इस अवसर पर अग्निपथ योजना को लेकर उठाये जा रहे सवालों पर प्रवेश सचिव, रक्षा मामलों के विभाग लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने सेना का पक्ष रखा. उन्होंने बताया कि लोग पूछ रहे हैं कि 4 साल बाद अग्निवीरों का क्या होगा, लेकिन हर साल 17600 जवान सेना से सेवा पूरी करने से पहले ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनके बारे में कोई नहीं पूछ रहा है कि अब वे क्या करेंगे?

उन्होंने उच्च स्तरीय बैठक के बाद मीडिया से कहा कि वर्तमान में योजना की शुरुआत में 46000 अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है, यह क्षमता और बढ़ जाएगी। अगले 4-5 वर्षों में यह संख्या 50,000-60,000 हो जाएगी और फिर इसे 90 हजार से बढ़ाकर एक लाख कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सेना की योजना के तहत 1.25 लाख तक अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। इस प्रकार यदि 25% को स्थायी रखा जाता है तो स्वतः ही 46,000 अग्निवीर स्थायी रूप से भर्ती हो जायेंगे।