बेरीनाग , पहाड़ न्यूज टीम

बेरीनाग नगर पंचायत के सालीखेत वन पंचायत में बन रहे ट्रेंचिंग ग्राउंड का ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है. सैकड़ों ग्रामीणों ने बैठक कर निर्णय लिया है कि बिना ग्रामीणों की सहमति के एक इंच भी भूमि कूड़ा निस्तारण के लिए नहीं दी जाएगी। यदि जबरन ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा और मामला हाईकोर्ट में रखा जाएगा।

पार्षद बलवंत धानिक ने कहा कि जिस स्थान का चयन किया गया है, वहां 4 गांवों के ग्रामीणों के लिए गोचर और पैदल रास्ता है. यहां पानी का प्राकृतिक स्रोत होने के साथ-साथ एक बांज का जंगल है। 100 मीटर की दूरी पर आबादी है। बगल में मां भगवती का मंदिर और नीचे कुल देवता का मंदिर है। ऐसे में सभी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए जगह तय की गई है. यहां किसी भी सूरत में ट्रेंचिंग ग्राउंड नहीं बनने दिया जाएगा।

समाजसेवी इंद्र धानिक ने बताया कि नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी द्वारा नियम विरुद्ध जेसीबी लगाकर कार्य कराया गया और ग्रामीणों के साथ अभद्रता व दबाव का कार्य किया गया. जिसकी शिकायत शहरी विकास मंत्री, सीएम और जिलाधिकारी को की गई है. अगर यहां कूड़ा निस्तारण के लिए जबरन ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने की कोशिश की गई तो ग्रामीण किसी भी हद तक जाने को मजबूर हो जाएंगे।

ग्रामीणों ने बैठक कर सहमति से लिया निर्णय : तीन दिन पूर्व महिलाओं ने जेसीबी रोककर काम बंद कराया. उस दौरान महिला प्रशासन व नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी से तीखी नोकझोंक हुई. ऐसे में रविवार को नगर पार्षद बलवंत धानिक के नेतृत्व में सांगड, बोरासांगड, बोराखेत के सैकडों ग्रामीणों ने चयनित स्थल पर बैठक की. इस दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया कि बिना ग्रामीणों की सहमति के एक इंच भी जमीन कूड़ा निस्तारण के लिए नहीं दी जाएगी।