हरिद्वार: बुद्ध पूर्णिमा यानी भगवान विष्णु के भगवान बुद्ध के रूप में धरती पर अवतरित होने का दिन. हरिद्वार में आज कड़ी सुरक्षा के बीच बुद्ध पूर्णिमा स्नान किया जा रहा है. इस मौके पर दूर-दूर से श्रद्धालु स्नान करने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। माना जाता है कि भगवान विष्णु इसी दिन भगवान बुद्ध के रूप में धरती पर अवतरित हुए थे।

बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और भगवान बुद्ध ने इसी दिन धरती छोड़ी थी। इस दिन भगवान कृष्ण ने सुदामा को विनायक व्रत का महत्व बताया था। भगवान ने नरसिंह का अवतार लिया।मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने और गंगा की पूजा करने से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है। बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर की पौड़ी पहुंचे और आज सुबह से ही गंगा स्नान शुरू कर दिया. तब से यह प्रक्रिया चल रही है।
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बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान, दान और तर्पण का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन गंगा-यमुना आदि पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है। विशेष रूप से हर की पौड़ी के ब्रह्मकुंड में स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। आज स्नान के बाद तर्पण करना है। अपने पुरोहित और ब्राह्मणों को दान स्वर्ण, भोजन और शैय्या दान करना विशेष तौर पर पुण्यदायी बताया गया है।

इस अवसर पर गंगा स्नान का हिंदुओं में विशेष महत्व है। मान्यता है कि गंगा में स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पुण्य प्राप्त होता है। हरिद्वार में गंगा स्नान करने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि वैसे भी गंगा स्नान का महत्व है। लेकिन बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान करने से अपार पुण्य मिलता है। गंगा स्नान करने से संकट दूर होते हैं।

आज बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। इसको लेकर आज हरिद्वार में भीड़ उमड़ पड़ी। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अलग से फोर्स बुलाई गई है। ड्यूटी प्वाइंट्स को चिन्हित कर लिया गया है। वहां फोर्स तैनात कर दी गई है। फोर्स की ड्यूटी प्वाइंट बीती रात से ही शुरू हो गई थी।

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