खटीमा , पहाड़ न्यूज टीम

चंपावत जिले के पाटी विकासखंड में बीते दिन शिक्षा विभाग की लापरवाही देखने को मिली. किताबों को गदेरे में फेंके जाने का वीडियो वायरल होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। मामला सामने आने के बाद विभाग हरकत में आ गया है। वहीं मामले की जांच के लिए अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा कुमाऊं लीलाधर व्यास चंपावत पहुंचे. उन्होंने कहा कि मुख्य शिक्षा अधिकारी ने जांच कमेटी गठित कर दी है. जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि एक ओर उत्तराखंड के जिलों में बच्चों को पाठ्यक्रम की किताबें उपलब्ध नहीं होने की शिकायतों के चलते शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी द्वारा 600 से अधिक शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश दिए गए हैं. दूसरी ओर चंपावत की पाटी थी। विकासखंड के एक गदेरे (पहाड़ी नाले) में कक्षा 6 से 8 तक की पाठ्यक्रम की किताबें मिलने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके बाद से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

मामला सामने आने के बाद अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा कुमाऊं लीलाधर व्यास चंपावत पहुंचे और मामले की जांच की बात कही. उन्होंने आगे कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि किताबें वाहन से गिर गई होंगी, जिन लोगों को पुस्तकें मिली हैं उनका नैतिक दायित्व विभाग को सूचित करना था. मुझे यह कहना असत्य प्रतीत होता है कि विभाग के किसी अधिकारी और कर्मचारी द्वारा किताबें नाले में फेंक दी गईं। उन्होंने कहा कि अगर किसी कर्मचारी की संलिप्तता पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं लोहाघाट एसडीएम रिंकू बिष्ट ने पूरे मामले की गहनता से जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है.