इस बार चारधाम यात्रा अप्रैल में शुरू होगी। बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि 26 जनवरी और 18 फरवरी
को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाएगी, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अप्रैल में अक्षय तृतीया के दिन खुलेंगे.

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार 26 जनवरी को बसंत पंचमी के दिन नरेंद्रनगर राजदरबार में पंचांग गणना के बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाएगी.

वहीं, ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 18 फरवरी को शिवरात्रि पर्व पर तय की जाएगी. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट पारंपरिक रूप से अक्षय तृतीया पर खुलते हैं। इस बार अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को है। दोनों मंदिरों के कपाट खुलने की तिथि और समय की घोषणा गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर समिति द्वारा की जाएगी।

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर समिति, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारियों एवं राजपरिवार सहित श्रद्धालुओं की उपस्थिति में राज पुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने धार्मिक पंचांग की गणना की. नरेंद्र नगर स्थित राजमहल में सुबह 10 बजे से समारोह का आयोजन किया गया। उसके बाद बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि और शुभ मुहूर्त देखेंगे।

परंपरा के अनुसार कपाट खुलने की तिथि की घोषणा महाराजा मनुजयेंद्र शाह करेंगे। इसी दिन बदरी विशाल के अभिषेक में इस्तेमाल होने वाले तेल पिरोने व गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा की भी तिथि तय होगी . बसंत पंचमी पर डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत, योग बदरी पांडुकेश्वर व नृसिंह मंदिर जोशीमठ में पूजन कर गाडू घड़ा नरेंद्रनगर राजदरबार को सुपुर्द किया जाएगा. बाद में गाडू घड़ा यात्रा तीर्थ नगरी ऋषिकेश होते हुए बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना होती है। जल्द ही गंगोत्री मंदिर समिति और यमुनोत्री मंदिर समिति द्वारा कपाट खोलने की तिथि घोषित की जाएगी।