देहरादून :

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि शहीद दुर्गामल्ल ने देश की आजादी से पहले देश के लिए बलिदान दिया। उन्होंने आजाद हिंद फौज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंग्रेजी हुकूमत के माफीनामें के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए फांसी के फंदे को चूमना स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के दो सपूतों शहीद दुर्गामल्ल एवं वीर केसरी चन्द ने देश की आजादी के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। इस अवसर पर विधायक श्री गणेश जोशी भी उपस्थित थे।