स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के दूर-दराज इलाकों में समय पर दवा और वैक्सीन पहुंचाने के लिए ड्रोन तकनीक का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि ड्रोन की मदद से स्वास्थ्य विभाग ने मात्र 40 मिनट में देहरादून से सीमावर्ती जिले उत्तरकाशी तक वैक्सीन पहुंचा दी है. टीकाकरण कार्यक्रम के तहत डिप्थीरिया टेटनस (डीपीटी) और पेंटा की 400 खुराक ड्रोन से जिला अस्पताल उत्तरकाशी में पहुंचाई गई है। आम तौर पर सड़क मार्ग से 5-6 घंटे लगते हैं।

उन्होंने बताया कि सफल परीक्षण के बाद अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत आने वाले दिनों में प्रदेश के दूर-दराज इलाकों में ड्रोन के माध्यम से कोविड वैक्सीन पहुंचाने का काम शुरू करेंगे. उन्होंने बताया कि यह पहल स्वास्थ्य विभाग और सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) के संयुक्त तत्वावधान में की गई है।

बताया कि राज्य में दवाई या वैक्सीन पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग का उपयोग किया जाता है, जिसमें काफी समय लगता है और कई बार आपदा के कारण दवा पहुंचाने में दिक्कत होती है। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि दवा व दवाओं के वितरण में किसी प्रकार की देरी न हो तथा सभी चिकित्सा इकाइयों व स्थानों व गांवों में जहां सड़क की सुविधा नहीं है, वहां समय पर वैक्सीन उपलब्ध हो।

निकट भविष्य में दुर्घटना, आपदा या अन्य किसी विकट स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा दवाइयां और अन्य सामग्री समय पर पहुंचाने में ड्रोन तकनीक मील का पत्थर साबित होगी। कोविड के लिहाज से ड्रोन तकनीक काफी कारगर साबित होगी। स्वास्थ्य विभाग प्रदेश की सभी चिकित्सा इकाइयों में वैक्सीन की उपलब्धता बनाये रखेगा, ताकि पात्र हितग्राहियों का टीकाकरण सुगमता से पूर्ण हो सके.