देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं में गड़बड़ी और विधानसभा में की गई नियुक्तियों को लेकर सियासत भी गरमा गई है.

इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रही नियुक्तियों की सूची के आलोक में छह साल में प्रदेश में हुई नियुक्तियों पर निशाना साधा है. इंटरनेट मीडिया में अपने पोस्ट में रावत ने कहा कि पिछले छह वर्षों में सैकड़ों ऐसी नियुक्तियां हुई हैं जो नियुक्तियां नहीं हो सकतीं।

उत्तराखंड के निवासियों के अधिकारों पर प्रहार

पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पोस्ट में लिखा है कि कुछ खोजी लोगों ने उन्हें नियुक्तियों को लेकर 20 से ज्यादा सूचियां भेजी हैं. इसी क्रम में दो सूचियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि स्पष्ट रूप से उत्तराखंड के निवासियों के अधिकारों को मारकर प्रभावशाली व्यक्तियों ने अपने प्रभाव का उपयोग अपने प्रियजनों को नियुक्तियां करने के लिए किया है।

पिछले वर्षों में उत्तराखंड को लूटा गया या लुटवाया गया

इस तरह ठेके दिए गए हैं। इनमें पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, यूपीसीएल समेत अन्य विभागों में साज-सज्जा सामान आदि की खरीद के ठेके हैं।

इन सभी सूचियों के संज्ञान में आने पर पता चलेगा कि पिछले वर्षों में उत्तराखंड को लूटा या लुटवाया गया है। इसकी एक तस्वीर सामने आएगी। उन्होंने कहा कि कुछ और जांचकर्ता गहराई में जाकर सच्चाई का खुलासा करेंगे।

हमारी जमीन पर रिजार्ट बन रहे हैं, हम चौकीदार बनते जा रहे हैं।

रावत ने कहा कि निर्माण विभागों में सालाना टर्नओवर के नाम पर हमारे लोग ठेकेदार नहीं किटकनदार बन गए हैं. हमारी जमीन पर रिजार्ट बन रहे हैं, हम चौकीदार बनते जा रहे हैं। सरकारी विभागों में पद खाली हो रहे हैं, अपात्र लोगों को अस्थाई नियुक्तियों के नाम पर नियुक्तियां दी जा रही हैं।