देहरादून : बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने सचिवालय स्थित वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली सभागार में टीबी मुक्त उत्तराखंड अभियान और डेंगू की रोकथाम को लेकर विभागीय अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग और सहकारिता विभाग के उच्चाधिकारियों की बैठक हुई ।

इस दौरान धन सिंह रावत ने कहा कि पूरे राज्य में अब तक डेंगू के करीब 650 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर देहरादून और हरिद्वार जिलों में हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डेंगू के संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने और संभावित क्षेत्रों में जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए.

उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चिन्हित किए गए डेंगू के मरीजों के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए. विभागीय मंत्री ने टीबी मुक्त अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य में लगभग 15,200 चिन्हित टीबी रोगियों को 02 अक्टूबर तक निक्षय मित्र द्वारा गोद लिया जाना है। भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पंचायती राज विभाग एवं सहकारिता विभाग को 1 से 3 वर्ष तक टीबी रोगियों को गोद लेकर अभियान को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभानी है।

इसके अलावा औद्योगिक संस्थान, गैर सरकारी संगठन, शैक्षणिक संस्थान, राजनीतिक दल और व्यक्ति भी निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों के इलाज में भागीदार बन सकते हैं। बैठक में सचिव सहकारिता बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि सहकारिता विभाग के अंतर्गत सभी 670 पैक्स सोसायटियां और 350 सहकारी बैंक और वह स्वयं व विभागीय अधिकारी निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों के इलाज में भागीदारी सुनिश्चित करेंगे. इसके लिए उन्होंने जल्द ही विभागीय बैठक आयोजित कर सभी सोसायटियों और सहकारी बैंकों को निर्देश जारी करने की बात कही है.

बैठक में निदेशक पंचायती राज विभाग बंशीधर तिवारी ने कहा कि टीबी मुक्त उत्तराखंड अभियान के तहत सभी जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, प्रखंड प्रमुख, वरिष्ठ उपप्रमुख और ग्राम प्रधान स्वेच्छा से एक-एक टीबी रोगी को गोद लेंगे.

बैठक में सचिव सहकारिता डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम, सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार, महानिदेशक सूचना एवं निदेशक पंचायतीराज बंशीधर तिवारी, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, निबंधक सहकारिता आलोक पाण्डेय, प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ विनीता शाह, सीएमओ देहरादून डॉ मनोज उप्रेती, अपर निबंधक सहकारिता ईरा उप्रेती, संयुक्त निबंधक एमपी त्रिपाठी, डॉ एसके झा, डॉ पंकज सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे जबकि वर्चुअल माध्यम से बैठक में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं डीटीओ ने भाग लिया.