देहरादून : दहेज ना देने पर टिहरी की रहने वाली एक महिला को जहां गर्म तवे और चिमटे से बुरी तरह से जला दिया था . तब से महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा है। वहीं पंडित दीनदयाल सरकारी जिला अस्पताल पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने महिला का हालचाल जाना. बेहतर इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन से भी बात की।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कोरोनेशन अस्पताल पहुंचकर पीड़ित महिला और उसके परिजनों से बात की. इससे पहले महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल भी कोरोनेशन अस्पताल पहुंचीं और संबंधित स्टाफ से महिला के स्वास्थ्य की जानकारी ली.

इसके बाद गुरुवार की देर शाम हरीश रावत कोरोनेशन अस्पताल पहुंचे और आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी से महिला के स्वास्थ्य की जानकारी ली. इसी बीच हरीश रावत बर्न वार्ड में गए और महिला से बात की। इस दौरान अस्पताल के आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष और डॉक्टर गहतोड़ी, वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एनएस बिष्ट सहित अन्य चिकित्सा कर्मचारी भी मौजूद रहे.

बता दें कि टिहरी जिले और विकास नगर में रहने वाले ससुराल वालों ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए दहेज की मांग पूरी नहीं करने पर महिला को गर्म तवे और चिमटे से बुरी तरह दाग दिया. इसके साथ ही मंगलवार की देर शाम अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में 7 दिन से भूखी प्यासी प्रीति की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट सामने आई थी। बताया जा रहा है कि ससुराल पक्ष की ओर से प्रीति को एक हफ्ते से ज्यादा समय से पानी और खाना भी नहीं दिया गया. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि मैं दहेज पीड़ित प्रीति से कोरोनेशन अस्पताल में मिला था और उनके स्वास्थ्य के लिए जाना है. इस दौरान उनके साथ तमाम मेडिकल स्टाफ मौजूद रहा।

गौरतलब है कि प्रीति की मां ने टिहरी थाने में आरोपी सास सुभद्रा देवी (पत्नी देवेंद्र जगूड़ी) और ननद जया जगूड़ी निवासी विकासनगर के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. जिसके आधार पर टिहरी पुलिस ने दहेज अधिनियम से संबंधित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी सास- ननद को गिरफ्तार कर लिया है.